रूस-यूक्रेन जंग: यूक्रेनी ड्रोन हमलों के चलते रूसी तेल शोधन में भारी गिरावट, डीजल और पेट्रोल के निर्यात पर लगाए आंशिक प्रतिबंध

यूक्रेनी ड्रोन हमलों के चलते रूसी तेल शोधन में भारी गिरावट, डीजल और पेट्रोल के निर्यात पर लगाए आंशिक प्रतिबंध

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेनी ड्रोन हमलों के चलते रूस की तेल शोधन (रिफाइनिंग) क्षमता में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिसकी वजह से रूस के प्रमुख बंदरगाहों से ईंधन का निर्यात भी प्रभावित हुआ है। यूक्रेनी हमलों से रूसी तेल में गिरावट करीब पांचवां हिस्सा तक पहुंच गई।

परिस्थितियों को देखते हुए डिप्टी प्राइम मिनिस्टर अलेक्जेंडर नोवाक ने घोषणा करते हुए कहा रूस ने डीजल और पेट्रोल के निर्यात पर आंशिक प्रतिबंध लगाए है, उन्होंने ये भी कहा कि ये प्रतिबंध साल के अंत तक लागू रहेगे। यह प्रतिबंध अन्य देशों के साथ रूस के अंतर-सरकारी समझौतों पर लागू नहीं होगा।

रूस के नियंत्रण वाले क्रीमिया के प्रमुख सर्गेई अक्स्योनोव ने जानकारी देते हुए बताया कि ईंधन की आपूर्ति में बाधा रिफाइनरियों के बंद से आ रही है। रिपोर्ट के अनुसार डीजल निर्यात पर लगा नया प्रतिबंध मुख्य रूप से बिचौलियों पर लागू होता है, न कि उत्पादकों पर। जबकि पेट्रोल के निर्यात पर लगा प्रतिबंध उत्पादकों और बिचौलियों दोनों पर लागू होगा।

नोवाक ने कहा डीजल ईंधन के गैर-उत्पादकों के लिए निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा। इससे घरेलू बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति बढ़ेगी। डिप्टी प्राइममिनिस्टर नोवाक ने कहा देश में तेल उत्पादों की थोड़ी कमी है, लेकिन मौजूदा भंडार से मांग पूरी नहीं की जा सकती है।

आपको बता दें समुद्री मार्ग से डीजल निर्यात करने वाले देशों में रूस और अमेरिका टॉप पर हैं। रूस ने 2024 में करीब 86 मिलियन मीट्रिक टन डीजल का उत्पादन किया, जिसमें से करीब 31 मिलियन टन का निर्यात हुआ। रूसी डीजल का बहुत बड़ा हिस्सा सीधे उत्पादकों द्वारा उत्तरी और दक्षिण पाइपलाइनों के जरिये बाल्टिक और काला सागर के बंदरगाहों तक पहुंचाया जाता है।





Created On :   26 Sept 2025 9:40 AM IST

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