US Tariff: अमेरिकी सांसदों ने भारत के पक्ष में ट्रंप को लिखा लेटर, दे दी ये चेतावनी

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा भारत पर भारी टैरिफ लगाया है। इसके बाद वे अपने ही देश में घिर गए है। वहां के पूर्व एनएसए समेत कई ब्यरोक्रेट्स दोबारा से रिश्तों सुधारने की बात कर रहे हैं। उनके अलावा अमेरिकी सांसद डेबोरा रॉस और रो खन्ना की अगुवाई में 19 नेताओं ने ट्रंप को पत्र लिखा है। इसमें टैरिफ को लेकर जो संबंध खराब हुए है, उनको ठीक करने की अपील की है। भारी टैरिफ को कम करने की भी मांग की है।
सांसदों ने पत्र में लिखा, "हाल ही में टैरिफ में बढोतरी के कारण भारतीय सामानों पर शुल्क 50 फसदी हो गया। इससे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ संबंध तनावपूर्ण हो गया है। ऐसा होने के बाद दोनों देशों के लिए नकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।"
उन्होंने आगे लिखा, "अगस्त 2025 के अंत में ट्रंप प्रशासन ने भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया था, जिसमें 25 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ के साथ-साथ रूस से तेल खरीद के जवाब में 25 फीसदी अतिरिक्त शुल्क भी शामिल था। ये दंडात्मक शुल्क भारतीय भारतीय निर्माताओं और अमेरिकी उपभोक्ताओं, दोनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे उन सप्लाई चेन को नुकसान पहुंच रहा है, जिस पर अमेरिकी कंपनियां उत्पादों को बाजार में लाने के लिए निर्भर हैं।"
सांसदों ने जोर डालते हुए लिखा, "अमेरिकी निर्माता सेमीकंडक्टर से लेकर स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा तक मुख्य चीजों के लिए भारत पर निर्भर हैं। भारत में निवेश करने वाली अमेरिकी कंपनियों को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते उपभोक्ता बाजारों में से एक तक पहुंच मिलती है। अमेरिका में भारतीय निवेश ने स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार और आर्थिक अवसर पैदा किए हैं।"
उन्होंने ट्रंप को चेतावनी दी है और कहा, "टैरिफ में बढ़ोतरी से भारत के साथ संबंध खतरे में पड़ सकते हैं। अमेरिकी परिवारों के लिए लागत बढ़ सकती है और अमेरिकी कंपनियों की वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता कम हो सकती है।" उन्होंने आगे कहा, "क्वाड में अपनी भागीदारी के जरिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक स्थिर शक्ति के रूप में भारत के बढ़ते महत्व को देखते हुए यह घटनाक्रम विशेष रूप से चिंताजनक है।"
Created On :   9 Oct 2025 1:05 AM IST