भोपाल में शुक्रवार रात से होगी 10 दिन की पूर्णबंदी (लीड-1)

Bhopal to have 10-day full ban (lead-1) from Friday night
भोपाल में शुक्रवार रात से होगी 10 दिन की पूर्णबंदी (लीड-1)
भोपाल में शुक्रवार रात से होगी 10 दिन की पूर्णबंदी (लीड-1)
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  • भोपाल में शुक्रवार रात से होगी 10 दिन की पूर्णबंदी (लीड-1)

भोपाल, 22 जुलाई (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश की राजधानी में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के मद्देनजर सरकार ने 24 जुलाई की रात से 10 दिन की पूर्णबंदी एक बार फिर लागू करने का निर्णय लिया है। साथ ही छतरपुर के मुख्य जिला एवं स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी को पद से हटा दिया गया है।

आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफेंसिंग के जरिए कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल में कोरोना संक्रमण की बढ़ती हुई स्थिति को देखते हुए भोपाल में 24 जुलाई की रात आठ बजे से तीन अगस्त तक पूर्णबंदी (लॉकडाउन) लागू किए जाने का निर्णय लिया है। पूणर्बंदी चार अगस्त को सुबह आठ बजे खुलेगी।

राज्य में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक नियमित तौर पर कर्फ्यू चल रहा है। अब राजधानी में 10 दिन की पूर्णबंदी की जा रही है। इस तरह यह पूर्णबंदी शुक्रवार की रात आठ बजे से शुरू होकर चार अगस्त की सुबह तक लागू रहेगी। आमजन से अपील की गई है कि वे अगले दो दिनों में अपने लिए आवश्यक वस्तुओं का भंडारण कर लें।

पूर्णबंदी के दौरान सब्जी, दूध, दवाई आदि अति आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। उद्योग चालू रहेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने आमजन से अपील की है कि सभी सतर्कताएं बरती जाएं, जिससे संक्रमण आगे न बढ़े। भोपाल जिले की समीक्षा में पाया गया कि यहां गत एक सप्ताह की औसत कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10.़23 प्रतिशत है।

ग्वालियर जिले की समीक्षा में पाया गया कि लॉकडाउन के चलते गत सात दिनों से वहां कोरोना संक्रमण की दर 7 प्रतिशत से घटकर 4 प्रतिशत पर आ गई है। इसलिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने लॉकडाउन खोलने का निर्णय लिया है।

मुरैना जिले में अधिक संक्रमण फैलने के बाद उस पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है। उसके लिए मुख्यमंत्री चौहान ने कलेक्टर सहित पूरी टीम की सराहना की।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संक्रमण रोकने के लिए होम क्वारंटाइन को प्रभावी किया जाए। इसके लिए लोगों को जागरूक किए जाने की जरूरत है। होम आइसोलेशन, जिन घरों में व्यवस्था हो, वहां किया जाए। वहीं छतरपुर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां सैम्पलिंग में लापरवाही हुई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने वहां के सीएमएचओ़ को तत्काल हटाने के निर्देश दिए।

Created On :   22 July 2020 5:30 PM GMT

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