केवल शरीर ही नहीं, मन-मस्तिष्क को सुंदर बनाने में समय खर्च कीजिए -रघुरामन
डिजिटल डेस्क, नागपुर । दैनिक भास्कर के डीबी इम्प्रेशन्स की प्रथम वर्षगांठ पर 'बैक टू द रूट्स' विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया है। देश के जाने-माने मोटिवेटर व मैनेजमेंट गुरु एन. रघुरामन इस विषय पर बात करेंगे। आयोजन 14 दिसंबर की शाम 5:30 बजे बनयान हॉल चिटणवीस सेंटर, हिस्लॉप कॉलेज, सिविल लाइंस के पास रखा गया है। इस दौरान मैनेजमेंट गुरु हिन्दी तथा अंग्रेजी का सेतु बनाकर दर्शकों से रू-ब-रू होंगे। 22 सितम्बर 2017 को नागपुर से डीबी इम्प्रेशन्स की शुरुआत हुई थी। हिंदी-अंग्रेजीमें निकलने वाला डीबी इम्प्रेशन्स हर शुक्रवार को दैनिक भास्कर के साथ पाठकों के पास पहुंचता है। एक साल के अंतराल में ही ये युवा वर्ग में खासा लोकप्रिय है।
उम्र के साथ बदलती है समझ
हम दैनिक जीवन में आने वाले प्रसंगों पर अपनी उम्र और समझ के हिसाब से समझ रखते हैं। किशोरावस्था में कई चीजें और बातें हमें आकर्षित करती हैं। जब हम देखते हैं कि, हमारे बड़े उस पर हमसे सहमत नहीं हैं, तो ऐसा लगता है कि, बड़ों को इस विषय की समझ नहीं है, लेकिन जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हम उन्हीं बड़ों की तरह सोचने लगते हैं, जिनकी सोच कभी हमें किशोरावस्था में खटकती थी। मैनेजमेंट गुरु एन.रघुरामन ने ‘दैनिक भास्कर’ के संपादकीय सहयोगियों से चर्चा के दौरान अपने विचार रखे।
ट्रेंड बदला, अच्छा भी है
इस दौरान बदलते ट्रेंड पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि, एक उम्र में हमारा किन्हीं खास चीजों के प्रति आकर्षण रहता है। ये आकर्षण हमारी समझ और आस-पास के प्रतिद्वंद्वी महौल पर निर्भर करता है। हो सकता है कि, हमारे समाज में कोई भव्य विवाह समारोह देख कर हमारा भी उसी तरह शादी करने को दिल करे, इसमें कुछ भी गलत नहीं है। ये उस उम्र में स्वाभाविक है। उन्होंने इसके पीछे का कारण बताया कि, ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आज हम बाहरी चीजों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने लगे हैं। हम हमारे शरीर को सुंदर दिखाने के लिए ज्यादा समय खर्च कर देते हैं। आप खुद सोचिए कि, आपने अपने मस्तिष्क को तेज बनाने के लिए कितना समय किताबों या अच्छा साहित्य पढ़ने में खर्च किया।
अमिताभ बच्चन इसलिए आज भी हिट
रघुरामन के अनुसार बाहरी सौंदर्य एक समय तक सीमित रहता है, लेकिन मस्तिष्क और मन की सुंदरता उम्र ढलने के बाद भी कायम रहती है। उन्होंने महानायक अमिताभ बच्चन के उदाहरण के साथ समझाने की कोशिश की। कहा कि, अमिताभ बच्चन आज भी हिट है। ये उनके बाहरी सौंदर्य के कारण नहीं है। उनकी संवाद शैली, खुद को व्यक्त करने का अंदाज और ऊर्जा लोगों को उनकी ओर आकर्षित करती है। रघुरामन ने दूसरों की बाहरी सुंदरताओं को अपनाने की जगह उनकी मानसिक सुंदरता का अनुकरण करने को बेहतर बताया।
Created On :   14 Dec 2018 10:36 AM IST