विधानसभा चुनावों से पहले राम का मुद्दा सुलगाने की तैयारी

Preparation to address the issue of Ram before assembly elections
विधानसभा चुनावों से पहले राम का मुद्दा सुलगाने की तैयारी
विधानसभा चुनावों से पहले राम का मुद्दा सुलगाने की तैयारी

नई दिल्ली, 13 सितम्बर (आईएएनएस)। चार राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सॉफ्ट पॉवर के जरिए भगवान राम को चर्चा का मुद्दा बनाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।

इंडियन कौंसिल फॉर रिसर्च सेंटर (आईसीसीआर) के प्रमुख विनय सहस्त्रबुद्धे ने तीन शहरों -नई दिल्ली, लखनऊ और पुणे- में रामायण महोत्सव आयोजित करने की तैयारी कर रखी है। सहस्त्रबुद्धे भाजपा के उपाध्यक्ष भी हैं।

आईसीसीआर दावा करती है कि यह महाकाव्य की सांस्कृतिक व्याख्याओं को मंच पर प्रदर्शित करने का एक त्योहार है। गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित इस शो का उद्घाटन करेंगे, जो भाजपा के लिए इस शो के महत्व को दिखाता है। सहस्त्रबुद्धे ने आईएएनएस के साथ खास बातचीत में कहा, राम (रामायण) हमारे (भाजपा) लिए महत्वपूर्ण हैं। वह हमेशा से महत्ववूर्ण रहे हैं। इसके बारे में कोई दूसरा विचार नहीं है।

यह अपने आप में दिलचस्प है कि रामायण महोत्सव अयोध्या में आयोजित नहीं किया जा रहा है, जिसे राम की जन्मभूमि माना जाता है। पहली बार अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल इस शहर का दौरा करेगा।

सहस्त्रबुद्धे ने पुष्टि की कि प्रतिनिधिमंडल राम लला का दौरा करेगा, जोकि विवादित स्थल पर लगाई गई मूर्ति है, जिसके स्वामित्व पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट विचार कर रहा है और मामले की रोजाना सुनवाई चल रही है।

सहस्त्रबुद्धे ने कांग्रेस का नाम लिए बिना उस पर चुटकी लेते हुए कहा, राम हमेशा लोकचर्चा में रहे हैं। हमें उन्हें लाने की जरूरत नहीं है। पिछली सरकारें क्षमाशील मुद्रा में ऐसा करती थीं, जबकि हम ऐसे नहीं हैं।

दिलचस्प है कि इस प्रतिनिधिमंडल में बांग्लादेश और इंडोनेशिया जैसे इस्लामिक देशों के प्रतिनिधि भी हैं। यह भाजपा के रुख को मूर्त रूप देता है कि राम केवल विश्वास का विषय नहीं हैं, बल्कि वैश्विक सांस्कृतिक परिवेश का हिस्सा हैं।

Created On :   13 Sep 2019 4:30 PM GMT

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