LOAN: ट्रैवल लोन लेते समय इन पहलुओं पर दें ध्यान

ट्रैवल लोन लेते समय इन पहलुओं पर दें ध्यान
  • ट्रैवल लोन कुछ और नहीं बल्कि पर्सनल लोन का ही एक प्रकार है
  • ऐसे में आप रेगुलर पर्सनल लोन लेकर भी अपने ट्रैवल या छुट्टियों से संबंधित खर्च को पूरा कर सकते हैं।
  • आवदेक नीचे बताए गए इन पहलुओं को चेक करना न भूलें

ट्रैवल लोन कुछ और नहीं बल्कि पर्सनल लोन का ही एक प्रकार है, जिसे सिर्फ छुट्टियों पर जानें, घूमने और ट्रैवल संबंधित खर्चों को पूरा करने के लिए बैंक और NBFC ऑफर करते हैं। कई बैंक और NBFC इसे एक अलग लोन वेरिएंट के रूप में पेश नहीं करते क्योंकि ट्रैवल लोन में हमें जो सुविधाएं मिलती हैं वह पर्सनल लोन के समान ही होती हैं। ऐसे में आप रेगुलर पर्सनल लोन लेकर भी अपने ट्रैवल या छुट्टियों से संबंधित खर्च को पूरा कर सकते हैं। हालांकि, ट्रेवल के लिए पर्सनल लोन लेने से पहले, आवदेक नीचे बताए गए इन पहलुओं को चेक करना न भूलें :

क्रेडिट स्कोर

बैंक व एनबीएफसी अक्सर उन आवेदकों को लोन देना पसंद करते हैं जिनका क्रेडिट स्कोर कम से कम 750 हो। कुछ लोन संसथान ऐसे आवेदकों को कम इंटरेस्ट रेट्स पर भी पर्सनल लोन ऑफर करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे आवेदकों में अक्सर कम क्रेडिट स्कोर वाले आवेदकों के मुकाबले ज़्यादा क्रेडिट डिसिप्लिन देखने को मिलता है जैसे अपने क्रेडिट कार्ड का बिल या लोन की EMI का समय से भुगतान करना, कम समय में ज्यादा क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए अप्लाई न करना, आदि। इनके इसी क्रेडिट डिसिप्लिन की वजह से ऐसे आवेदकों के लोन डिफ़ॉल्ट करने की संभावना भी कम होती है और बैंक व एनबीएफसी का भी रिस्क कम हो जाता है। क्योंकि हमें लोन की ज़रूरत कभी भी पड़ सकती है इसलिए समय-समय पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करते रहे और अगर वह कम है तो उसे बढ़ाने का प्रयास करें।

ब्याज दर

आपको जिस इंटरेस्ट रेट पर ट्रेवल लोन दिया जाता है वो कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि आपका क्रेडिट स्कोर, इनकम, लोन भुगतान क्षमता, जॉब प्रोफाइल, आदि। क्योंकि हर बैंक या एनबीएफसी की क्रेडिट पालिसी और लोन इवैल्यूएशन प्रोसेस अलग-अलग होता है इसलिए ज़रूरी नहीं की आपको हर बैंक से एक सामान इंटरेस्ट रेट ऑफर हो। इसलिए ट्रैवल लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों और NBFCs द्वारा ऑफर की जाने वाले लोन की तुलना जरूर करें। इसके लिए ऑनलाइन मार्केटप्लेस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा अपने मौजूदा बैंक से पर्सनल लोन के बारे में पता करना न भूलें। कई बैंक/NBFCs अपने मौजूदा कस्टमर को कम ब्याज दर पर लोन ऑफर करते हैं। कई बैंक और NBFC अपने मौजूदा कस्टमर्स को उनकी

अच्छी क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर उन्हें प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन भी ऑफर करते हैं जिसका इंटरेस्ट रेट आम पर्सनल लोन के इंटरेस्ट रेट के मुकाबले कम भी हो सकता है।

ईएमआई भुगतान करने की क्षमता

आमतौर पर बैंक व एनबीएफसी उन लोगों को लोन देना पसंद करते हैं जो अपनी टोटल सैलरी का 50- 60% ही ईएमआई पेमेंट (पहले की ईएमआई और वर्तमान लोन की ईएमआई मिलाकर) पर खर्च करते हैं। अगर आपकी सैलरी का आधे से ज़्यादा हिस्सा लोन के भुगतान में जा रहा है तो आपको लोन मिलने में मुश्किल हो सकती है। हालांकि जिस लोन का आवेदन आप करने जा रहे हैं उस लोन की अवधि बढ़ा कर आप अपने लोन मिलने की संभावना को बढ़ा सकते हैं।

लोन रिपेमेंट अवधि

आमतौर पर ट्रैवल लोन की भुगतान अवधि/ टैन्योर 5 साल का होता है। हालांकि कुछ बैंक व एनबीएफसी इस अवधि को बढ़ाकर 8 साल भी कर देते हैं। लोन रिपेमेंट अवधि का छोटा या बड़ा होने के अपने फायदे व नुकसान है। लोन टैन्योर कम होने से अधिक EMI का भुगतान करना होता है हालांकि ब्याज लागत में बचत होती है। वहीं, लंबा लोन टैन्योर होने से EMI तो कम होता है लेकिन ब्याज लागत भी बढ़ जाती है। इसलिए लोन रिपेमेंट अवधि चुनने से पहले ऑनलाइन ईएमआई कैलकुलेटर से EMI और अवधि की गणना जरूर कर लें।

प्री-पेमेंट चार्ज और शर्तें

जब आप अपनी EMI से ज्यादा रकम का भुगतान करते हैं तो उसे प्री-पेमेंट कहते हैं। कुल लोन राशि में से कुछ राशि का समय से पहले भुगतान करना पार्ट प्री-पेमेंट कहलाता है। वहीं, जब आप अपनी पूरी लोन राशि का पेमेंट कर देते हैं तो उसे फोरक्लोजर कहते है। प्री-पेमेंट कर उधारकर्ता ब्याज लागत की बचत कर सकते हैं। लेकिन प्री-पेमेंट करने पर आपको अपने बैंक या एनबीएफसी को पार्ट-प्रीपेमेंट या फोरक्लोजर चार्जेज देना पड़ सकता है। आरबीआई के नियमों के अनुसार यदि आपने फ्लोटिंग इंटरेस्ट पर लोन लिया था और आप समय से पहले लोन चुकता करते हैं तो आपको फोरक्लोजर चार्ज नहीं देना होता है। अगर आपने फिक्स्ड इंटरेस्ट पर लोन लिया है तो आपको लोन फोरक्लोजर के लिए चार्ज देना पड़ सकता है जो बकाया लोन राशि का 5% तक हो सकता है।

प्रोसेसिंग फीस

बैंक/NBFCs लोन राशि के हिसाब से प्रोसेसिंग फीस का निर्धारण करते हैं। पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस लोन राशि के 4% तक हो सकती है। कुछ लोन संस्थान फेस्टिव सीजन के समय प्रोसेसिंग फीस में छूट देते हैं या उसे माफ भी कर देते हैं। चाहे प्रोसेसिंग फीस एक बार का खर्च है पर फिर भी ये आपके लोन लेने की लागत को बढ़ा सकता है। इसलिए ट्रैवल लोन लेने से पहले विभिन्न बैंक/NBFC द्वारा ऑफर की जाने वाली प्रोसेसिंग फीस की तुलना ज़रूर करें।

पर्सनल लोन या पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी ऐसी ही और अधिक जानकारी के लिए फिनशास्त्र पढ़ें।

Created On :   20 Jan 2024 10:30 AM GMT

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