अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस: भारत ने बाघ आबादी को संरक्षित करने और बाघ अभ्यारण्यों और जंगलों की संख्या बढ़ाने में अहम प्रगति हासिल की

- बाघ अभयारण्यों और जंगलों की संख्या बढ़ाने में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की
- सभी 58 टाइगर रिजर्व में एक साथ 2 लाख पेड़ लगाए- भूपेन्द्र यादव
- देश में टाइगर रिजर्व की संख्या 58 हुई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज वैश्विक बाघ दिवस है। बाघ संरक्षण हमारे पर्यावरण की पारिस्थितिकी के संरक्षण का प्रतीक है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, हमारे देश में टाइगर रिजर्व की संख्या, जो 2014 में 47 थी, अब बढ़कर 58 हो गई है। विकास के साथ-साथ अपनी प्राकृतिक विरासत की रक्षा करना भी हमारी ज़िम्मेदारी है। इस बार अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर, हमने दिल्ली चिड़ियाघर में एक सप्ताह तक चलने वाली प्रदर्शनी का आयोजन किया है। आज हमने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत सभी 58 टाइगर रिजर्व में एक साथ 2 लाख पेड़ लगाए हैं।
बाघ संरक्षण हमारे पर्यावरण की पारिस्थितिकी के संरक्षण का भी प्रतीक
केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा आज हम यहां वैश्विक बाघ दिवस मना रहे हैं और यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। हमने न केवल अपनी बाघ आबादी को संरक्षित करने और बाघ अभयारण्यों और जंगलों की संख्या बढ़ाने में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है, बल्कि कई देशों को, जो बाघ क्षेत्र वाले देश हैं उन्हें भी प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण संबंधी सलाह दे रहे हैं। बाघ संरक्षण का तात्पर्य केवल बाघ से ही नहीं है, बल्कि बाघ संरक्षण हमारे पर्यावरण की पारिस्थितिकी के संरक्षण का भी प्रतीक है।
Created On :   29 July 2025 2:32 PM IST