आरोप: पाकिस्तान के परमाणु शक्ति बनने पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस को घेरा, कहा- उस वक्त हुई ऐतिहासिक चूक

पाकिस्तान के परमाणु शक्ति बनने पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस को घेरा, कहा- उस वक्त हुई ऐतिहासिक चूक
  • पाकिस्तान के परमाणु शक्ति बनने पर सीएम हिमंत ने कांग्रेस को घेरा
  • कहा- '1998 में पाकिस्तान ने परमाणु परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया'
  • कांग्रेस ने संकोच और देरी दिखाई- सीएम हिमंत बिस्वा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के परमाणु शक्ति बनने को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस की ऐतिहासिक चूक के कारण भारत ने पाकिस्तान को परमाणु शक्ति बनने दिया। उन्होंने कहा- आज जब दुनिया परमाणु खतरों को समय रहते खत्म करने के लिए निर्णायक कदम उठा रही है, 1980 के दशक में भारत की निष्क्रियता एक दर्दनाक सबक बन चुकी है, जिसमें क्या हो सकता था और क्या नहीं हुआ।।

सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा- रॉ को पुख्ता जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान का ‘काहूटा प्लांट’ यूरेनियम संवर्धन का गढ़ बन चुका है। भारतीय सेना ने कांग्रेस की केंद्र सरकार को पूरी तरह से समर्थन दिया था कि काहूटा पर प्रीएम्टिव स्ट्राइक (एयरस्ट्राइक) की जाए।


'1998 में पाकिस्तान ने परमाणु परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया'

उन्होंने कहा- खुफिया जानकारी से लेकर संयुक्त हवाई हमले की योजना तक इजराइल ने मदद की पेशकश की थी। जामनगर एयरबेस को लॉन्चपैड के रूप में चिन्हित भी किया गया था। भारत के पास इस खतरे को समय रहते खत्म करने के लिए सामर्थ्य और राजनीतिक सहमति दोनों थी। लेकिन अंतिम समय में अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया के डर से इंदिरा गांधी पीछे हट गईं। वहीं, राजीव गांधी ने योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया और वैश्विक दबाव के आगे कूटनीति को प्राथमिकता दी। जिसके नतीजे आज भी गूंजते हैं।

सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा- 1988 में राजीव गांधी ने बेनजीर भुट्टो के साथ परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले न करने का समझौता किया। इसके बाद 1998 में पाकिस्तान ने परमाणु परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि भारत को महंगे परमाणु हथियारों की दौड़ में उतरना पड़ा।


कांग्रेस ने संकोच और देरी दिखाई- सीएम हिमंत बिस्वा

उन्होंने कहा- कारगिल युद्ध, आतंकवाद और सीमापार हमले सब पाकिस्तान के परमाणु सुरक्षा कवच के साए में हुए। वहीं, आज भी पाकिस्तान परमाणु हथियारों की धमकी देकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर नैतिक वैधता पाने का खेल खेलता है।उन्होंने कहा- हैरानी की बात तो यह है कि 2024 में इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टी सीपीआई (एम) ने अपने घोषणापत्र में भारत की परमाणु नीति को खत्म करने की बात कही!

सीएम हिमंत बिस्वा ने कहा- जहां मजबूत नेतृत्व दूरदर्शिता और साहस की मांग करता है, कांग्रेस ने संकोच और देरी दिखाई। एक ऐतिहासिक अवसर, जिससे भारत की दीर्घकालीन सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती थी, उसे कुछ दिनों की अंतरराष्ट्रीय सहमति के लिए कुर्बान कर दिया गया और इसकी रणनीतिक कीमत भारत और पूरा क्षेत्र आज तक चुका रहा है।


Created On :   14 Jun 2025 6:50 PM IST

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