Economy Reform: केंद्र सरकार GST के बाद अब कर सकती है ये बड़ा बदलाव, नीति आयोग से मिले ये अहम संकेत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है। जिसके कारण भारतीय कारोबारियों के सामने एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है। इसी से निपटने के लिए केंद्र सरकार एक नई रणनीति तैयार कर रही है। इस बारे में नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने एक अहम जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस दिवाली से पहले केंद्र सरकार बड़ा बदलाव करने जा रही है। इससे देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
स्वदेशी सामानों की उत्पादन क्षमता पर जोर
सीईओ ने अर्थव्यवस्था में बदलाव को लेकर बड़े संकेत दिए हैं। उनका मानना है कि भारत सरकार दिवाली से पहले आर्थिक सुधार की दिशा में कदम उठा सकती है। और सुधार के साथ-साथ कई घोषणांए भी कर सकती है। उन्होंने बताया कि अभी 13-14 प्रमुख जगहों पर सुधार जोरों से चल रहा है। जिसमें विशेष रूप से व्यापार पर अपना ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। इसके साथ ही साथ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम पर भी जोर दिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि अगर इन सेक्टर्स पर ध्यान दिया जाएगा तो भारत की अर्थव्यवस्था एक नई ऊंचाई पर जा सकती है। इसलिए इन क्षेत्रों में सुधारात्मक बदलावों से उत्पादन क्षमता, नवप्रवर्तन और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा। सुब्रह्मण्यम ने रविवार को बताया कि दीवाली तक भारत में एक बार फिर सुधार देखने को मिल सकता है। क्योंकि सरकार अपने देश में बनने वाले सामानों को आगे बढ़ाने में पूरा फोकस कर रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के नेतृत्व में कई समितियों ने प्रस्तावित सुधार उपायों पर अपनी पहली रिपोर्ट प्रस्तुत की है। जिसमें यह पता चलता है कि सरकार का संरचनात्मक सुधार अभियान तेजी से काम कर रहा है।
भारत सरकार का आयात क्षेत्र में नया मिशन
आयात पर निर्भरता कम करने के लिए सरकार National Manufacturing Mission से एक पहल शुरू करने जा रही है। इस मिशन का लक्ष्य है भारत में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना। वैश्विक मूल्य श्रंखलाओं से भारत को अधिक गहराई से जोड़ना।
सुब्रह्मण्यम ने बताया कि दूसरे देशों में भी एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए सरकार का पूरा फोकस है। आपको बता दें कि भारत अभी भी ऐसे वस्तुओं का व्यापार करता है, जिनकी वैश्विक स्तर पर बहुत ज्यादा मांग नहीं होती। लेकिन समय की मांग को देखते हुए अब भारत ऐसे उत्पादों में प्रवेश करेगा, जिसकी मांग विश्व स्तर पर है। न कि केवल उन में जहां कभी भारतीय दबदबे थे।
कुल मिलाकर, सुब्रह्मण्यम की यह टिप्पणी बताती है कि सरकार ने आने वाले समय में अर्थव्यवस्था को गति देने की रणनीति बनाई है। बल्कि धरती पर सुधारात्मक कदम उठाने का इरादा भी बना लिया है। अगर ये घोषणाए दिवाली तक होती हैं तो निवेश करने वालों, उद्योग लगाने वालों के बीच सकारात्मक उम्मीद जग जाएंगी।
Created On :   7 Oct 2025 12:26 AM IST