Al Qaeda Terror Module: पहले 4 आतंकी, फिर पकड़ी गई अल कायदा टेरर मॉड्यूल की मास्टरमाइंड, जानें गुजरात ATS ने 30 साल की शमा परवीन को कैसे दबोचा?

पहले 4 आतंकी, फिर पकड़ी गई अल कायदा टेरर मॉड्यूल की मास्टरमाइंड, जानें गुजरात ATS ने 30 साल की शमा परवीन को कैसे दबोचा?
  • गुजरात एटीएस ने बेंगलुरु से शमा को किया गिरफ्तार
  • इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए फैला रही थी नफरत
  • 30 साल की महिला आतंकी ने कबूला जुर्म- एटीएस के डीआईजी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अल कायदा टेरर मॉड्यूल की मास्टरमाइंड शमा परवीन को गुजरात ATS (Anti-Terrorist Squad) ने कर्नाटक से दबोच लिया है। 30 साल की शमा सोशल मीडिया के जरिए देश विरोधी भावना और नफरत फैलाने का काम रही थी। वह तीन इंस्टाग्राम अकाउंट्स ऑपरेट कर आतंकवाद से जुड़ा कंटेंट शेयर करती थी। एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया कि शमा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। महिला आतंकी के पकड़े जाने के बाद से कई लोगों के मन में एक सवाल ने घर किया हुआ है। वह यह कि आखिर शमा पकड़ी कैसे गई? तो चलिए जानते एटीएस ने उसे कैसे दबोचा?

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कैसे पकड़ी गई शमा?

हाल ही में, अल-कायदा की भारतीय इकाई AQIS (Al-Qaeda in Indian Subcontinent) से जुड़े 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। मोहम्मद फैक को दिल्ली, जीशान अली को नोएडा, सैफुल्लाह कुरेशी और फरीदीन शेख को गुजरात से पकड़ा गया था। एटीएस की पूछताछ के दौरान मोहम्मद फैक ने अहम जानकारी दी। उसने बताया कि इंस्टाग्राम पर तीन अकाउंट्स हैं जिन पर अल कायदा से जुड़ा कंटेंट शेयर किया जा रहा है। इतनी अहम जानकारी मिलने के बाद गुजरात एटीएस की टेक्निकल टीम ने पता लागा कि इन अकाउंट्स को चला कौन रहा है? जांच में पता चला कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में रह रही 30 साल की शमा इन तीनों ID's को चला रही है।

शमा कर रही थी 3 अकाउंट्स हैंडल

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Strangers Of The Nation

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किस तरह का कंटेंट शेयर करती थी शमा?

तीनों इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर आतंकवाद से जुड़ा कंटेंट शेयर किया जाता था। इनमें कट्टरपंथियों के भाषण की वीडियोज, फोटोज भी डाली जाती थी ताकि लोगों में नफरत फैलाई जा सके।

शमा ने कबूला जुर्म?

सुनील जोशी ने बताया कि शमा को अरेस्ट करने के बाद उसा फोन सीज कर दिया गया था। शमा के शुरुआती स्टेटमेंट के मुताबिक, वह बहुत सारे पाकिस्तानी व्हाट्सएप अकाउंट्स से संपर्क में है। इतना ही नहीं बल्कि जोशी ने यह भी कहा कि शमा ने यह मान लिया है कि वह अकाउंट्स के जरिए अल कायदा से संबंधित कंटेंट शेयर करती थी।

कहां तक पढ़ी है महिला आतंकी?

आपको बता दें कि, शमा मूल रूप से झारखंड की रहने वाली है। लेकिन बीते कुछ सालों से वह अपने परिवार के साथ कर्नाटक में रह रही थी। शमा ने B.Com की है और वह मौजूदा समय में कोई काम नहीं करती।

डीआईजी सुनील जोशी ने क्या बताया?

एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने बताया कि 22 जुलाई को अल-कायदा से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इन आतंकवादियों से पूछताछ के दौरान, हमें पता चला कि 'strangers_nation02', 'Strangers Of The Nation' और 'Strangers Of The Nation 2' नाम के सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए अल-कायदा से जुड़ा काफी कंटेंट शेयर किया जा रहा था। हमने बेंगलुरु से शमा परवीन नाम की एक महिला को अरेस्ट किया है, जो इन अकाउंट्स को ऑपरेट करती थी। वह मूल रूप से झारखंड की रहने वाली है और बीकॉम ग्रेजुएट है। शुरुआती पूछताछ में हमें पता चला कि वह कई पाकिस्तानी व्हाट्सएप अकाउंट्स के संपर्क में है।

क्या है टेरर मॉड्यूल का काम?

टेरर मॉड्यूल को आसान भाषा में समझें तो यह आतंकवादियों का छोटा समूह (ग्रुप) होता है। यह लोग खुफिया तरीके से अपने काम को अंजाम देते हैं। जैसे-

हमले की प्लानिंग करना

लोगों को भड़का कर आतंकवादी बनाना

हथियार, पैसे और जानकारी जुटाना

आपको बता दें कि, यह मॉड्यूल्स बड़े आतंकी संगठनों की मदद करते हैं। जैसे अल कायदा, ISIS आदि।

Created On :   30 July 2025 4:15 PM IST

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