मणिपुर में बवाल: इंफाल में बढ़ा तनाव, अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे लोग, इंटरने सेवाएं बंद, फिर क्यों सुलगा मणिपुर? जानें

- मणिपुर में फिर बढ़ा तनाव
- इंफाल में सड़कों पर उतर लोग
- नेता की गिरफ्तारी से जुड़ा है मामला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में एक बार फिर से सुलगने लगा है। हालात काफी तनावपूर्ण नजर आ रहे हैं।मैतेई कट्टरपंधी संगठन 'अरम्बाई टेंगोल' के नेता की गिरफ्तारी के बाद इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में विरोध देखने को मिल रहा है। जैसे-जैसे यह बात फैली वैसे-वैसे प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारी लगातार नेता की रिहाई की मांग कर रहे हैं। पांच जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा की सेवाएं बंद कर दी गई हैं। भारी मात्रा में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी
नेता की गिरफ्तारी की बात सुनते ही लोग आग-बबूला हो उठे। साथ ही, नेता की रिहाई की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। क्वाकीतेल और उरिपोक में रोड के बीचों-बीच टायर जलाया। हालात को काबू में करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है ताकि प्रदर्शन हिंसक रूप न ले सके।
आयुक्त-सह-सचिव ने जारी किया अहम संदेश
मणिपुर के आयुक्त-सह-सचिव (गृह) एन. अशोक कुमार ने शनिवार देर महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मणिपुर राज्य में विशेष रूप से इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर, यह आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भड़काने वाले चित्र, अभद्र भाषा और घृणास्पद वीडियो संदेशों के प्रसारण के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर उपयोग कर सकते हैं, जिससे मणिपुर राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है।
अशोक कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया/मोबाइल सेवाओं, एसएमएस सेवाओं और डोंगल सेवाओं पर संदेश सेवाओं के माध्यम से जनता तक प्रसारित/प्रसारित की जाने वाली भड़काऊ सामग्री और झूठी अफवाहों के परिणामस्वरूप सार्वजनिक,निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचने और जानमाल की हानि होने तथा सार्वजनिक शांति और सांप्रदायिक सद्भाव में व्यापक गड़बड़ी होने का खतरा है।
Created On :   8 Jun 2025 10:36 AM IST