Mansa Devi Mandir Stampede: मनसा देवी पैदल मार्ग की कितनी है ऊंचाई, जिससे भगदड़ मचने पर इतने लोगों की चली गई जान?

- मनसा देवी में मची भगदड़
- मनसा देवी भगदड़ में 6 लोगों की गई जान अन्य घायल
- हाई वोल्टेज तार गिरने से भगदड़ हो गई थी शुरू
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मनसा देवी मंदिर में एक दुखद घटना हुई है। मंदिर जाने वाले पैदल रास्ते पर अचानक से भगदड़ मच गई थी। जिसमें करीब 6 श्रद्धालुओं ने अपनी जान खो दी है और कई घायल हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि, भगदड़ के समय एक हाई वोल्टेज वाला तार गिरा था, जिससे हर तरफ भागा-दौड़ी होने लगी। जिस वजह से वहां पर भगदड़ मची और कई लोगों श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवा दी है। हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर एक बहुत ही बड़ा तीर्थ स्थान है, लेकिन इस घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया है। ऐसे में सभी के मन में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर पैदल मार्ग इतना मुश्किल क्यों है, जिससे ये हादसा हुआ है? तो चलिए इस मार्ग से संबंधित कुछ जानकारी के बारे में जानते हैं।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के मुताबिक, हादसे के शुरुआत में एक हाई वोल्टेज तार मार्ग पर गिर गया था। इस वजह से ही लोग बहुत ही ज्यादा घबरा गए औ भागादौड़ी शुरू कर दी थी। वहां पर पहले से ही बहुत भीड़ थी और भगदड़ मचने से सब और ज्यादा पैनिक करने लगे। इसके बाद राहत और बचाव काम तुरंत शुरू कर दिया गया था और घायलों को हॉस्पिटल में शिफ्ट करवाया गया है।
कहांं है मनसा देवी?
मनसा देवी हरिद्वार के बिल्व पर्वत पर है। ये मंदिर शक्ति की देवी मनसा माता को समर्पित है और हिंदू धर्म में इस मंदिर को सिद्धपीठ माना जाता है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए दो रास्ते हैं, जिसमें पहला रास्ता रोपवे है, जिसको मनसा देवी उड़न खटोला के नाम से भी जाना जाता है। ये रास्ता उन लोगों के लिए जो सीढ़ियां नहीं चढ़ पाते हैं लेकिन उनको दर्शन करने होते हैं। वहीं, दूसरा रास्ता पैदल मार्ग है। इस रास्ते से ज्यादातर लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मार्ग पर ही इस बार भगदड़ मची है।
कितनी है मनसा देवी पैदल मार्ग की दूरी और ऊंचाई?
मनसा देवी मंदिर तक पैदल रास्ता करीब 2.4 किलोमीटर लंबा है। इस रास्ते पर करीब 700 से 1000 सीड़ियां चढ़नी पड़ती हैं। जानकारी के मुताबिक, एक आम व्यक्ति मंदिर तक पहुंचने के लिए 20 से 30 मिनट लगाता है। साथ ही ये रास्ता बिल्कुल भी सीधा नहीं है। यहां पर थोड़ी खड़ी चढ़ाई है, जो कुछ लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। जब भीड़ बहुत ज्यादा होती है तो रास्ता और ज्यादा मुश्किल हो जाता है। ऐसे में मनसा देवी मंदिर में सुबह जल्दी जाकर दर्शन कर लें क्योंकि उस समय भीड़ कम होती है।
Created On :   27 July 2025 2:15 PM IST












