मानसरोवर यात्रा : नेपाल में फंसे 1500 भारतीय, 250 को बचाया, 1 की मौत, रेस्क्यू तेज
- 525 तीर्थयात्री सिमीकोट में
- हिल्सा में 550 और तिब्बत की ओर 500 लोग फंसे हैं।
- अमरनाथ यात्रा के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा में भी तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
- नेपाल में भारी बारिश के चलते 1500 से ज्यादा तीर्थयात्री कैलाश मानसरोवर की यात्रा में फंसे हुए है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा में भी तीर्थयात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नेपाल में भारी बारिश के चलते 1500 से ज्यादा तीर्थयात्री कैलाश मानसरोवर की यात्रा में फंसे हुए है। नेपाल में भारतीय दूतावास के आंकड़ों के मुताबिक 525 तीर्थयात्री सिमीकोट में, हिल्सा में 550 और तिब्बत की ओर 500 लोग फंसे हैं।
250 तीर्थयात्री हिलसा लाए गए
जानकारी मिली है कि हिलसा में फंसे 250 कैलास मानसरोवर तीर्थयात्रियों को बचाकर सिमीकोट से हिलसा लाया गया है। श्रद्धालुओं को बचाने के लिए नेपालगंज से सिमिकोट के लिए फ्लाइट संचालित की जा रही हैं। इस बीच आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के श्रद्धालु जी सुब्बाराव की नेपाल के हिलसा में मौत हो गई। उनके शव को नेपालगंज लाया गया है। यहां पोस्टमॉर्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को गृहनगर में भेजा जाएगा।
Indian pilgrims stranded in Nepal - There are about 525 pilgrims stranded in Simikot, 550 in Hilsa and another 500 in Tibet side. /1 #IndiansStrandedInNepal
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 3, 2018
Indian Embassy in Nepal has deployed representatives in Nepalganj and Simikot. They are touch with the pilgrims and ensuring that food and lodging facilities are available to all the pilgrims. /2 #IndiansStrandedInNepal
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 3, 2018
बचाव दल तीर्थयात्रियों को वहां से निकालने का प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही चिकित्सा सुविधा और खाने-पीने की व्यवस्था भी की जा रही है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि दूतावास ने अपने प्रतिनिधियों को नेपालगंज और सिमिकोट भेजा है, जो वहां फंसे सभी तीर्थयात्रियों के संपर्क में हैं। इस दौरान सभी को हरसंभव मदद दी जा रही है। मंगलवार सुबह यहां मौसम काफी खराब हो गया था और उड़ानों की संभावना बेहद कम है। नेपाल में भारतीय दूतावास ने यात्रियों और उनके परिजनों के लिए अलग-अलग भाषाओं में हॉटलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
We have requested Government of Nepal for army helicopters to evacuate stranded Indian nationals. /4 #IndiansStrandedInNepal
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 3, 2018
नेपाल-मानसरोवर के रास्ते में फंसे तीर्थ यात्रियों को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है कि नेपाल में भारतीय दूतावास ने नेपालगंज और सिमीकोट में अपने प्रतिनिधि तैनात हैं। वह तीर्थयात्रियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने रास्ते फंसे अपने प्रदेश के मानसरोवर तीर्थयात्रियों के बारे में जानकारी ली। चीन-नेपाल सीमा पर हिलसा में आंध्र प्रदेश के करीब 100 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सहायता मुहैया कराने को कहा है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर जारी किए हेल्पलाइन नंबर
We have set up hotlines for pilgrims and their family members who will provide information in Tamil, Telugu, Kannada and Malayalam languages. /5 #IndiansStrandedInNepal
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 3, 2018
Pl RT
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 3, 2018
Pranav Ganesh First Secy +977-9851107006
Tashi Khampa +977-98511550077
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Created On :   3 July 2018 12:26 PM IST