हाईलाइट
  • 2017 में मुठभेड़ के दौरान 40 लोगों की हुई मौत
  • 2017 में सुरक्षाबलों ने 213 आतंकियों को मारा
  • 2018 में आतंकियों ने 429 हमले किए हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल के दौरान 223 आतंकी मारे जा चुके हैं। ये संख्या पिछले आठ सालों के मुकाबले में सबसे ज्यादा है। पिछले साल 2017 में सुरक्षाबलों ने 213 आतंकियों को ठिकाने लगाया था। हालांकि, पिछले साल की तुलना में मुठभेड़ में इस बार आम नागरिकों की मौत भी ज्यादा हुई है। 2017 में मुठभेड़ के दौरान 40 लोगों की मौत हुई थी, जो 2018 में बढ़कर 77 हो गई है। इसके अलावा 2018 में आतंकी हमलों में भी वृद्धि हुई है। आतंकियों ने इस साल 429 हमले किए हैं, 2017 में जिनकी संख्या 342 थी।

आंकड़ों पर गौर करें तो पाकिस्तान से भारत आकर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। 2017 में पाकिस्तान से आने वाले आतंकियों की संख्या का आंकड़ा उपलब्ध ही नहीं था, जबकि 2018 में 93 आतंकियों ने भारत में घुसने की कोशिश की और सुक्षाबलों के हाथों मारे गए। गृह मंत्रालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक इसके पहले 2010 में 232 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। सुरक्षाबलों ने इस साल 80 दिनों में 81 आतंकियों को मारा है। सुरक्षाबलों के हाथों मरने वालों में लश्कर कमांडर नवीद जट, जैश का निशानेबाज उस्मान हैदर, हिजबुल कमांडर अल्ताफ अहमद डार जैसे टॉप आतंकी शामिल हैं। सुरक्षाबलों के मुताबिक अब भी कश्मीर घाटी में 250 से 350 आतंकी अपनी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं।

Created On :   9 Dec 2018 4:27 AM GMT

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