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यूपी : संभल में बंदरों का अातंक, अब तक 225 लोग घायल
हाईलाइट
- संभल जिले में बंदरों ने आतंक से लोग अपने घरों से निकलने से डर रहे हैं।
- दो हफ्ते में बंदर के काटने की वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
- पिछले दो हफ्तों में 225 से ज्यादा लोग बंदर शिकार हुए हैं।
- अस्पताल में हर दिन कुत्तों और बंदरो को काटने से जुड़े 10-15 मामले सामने आ रहे हैं।
डिजिटल डेस्क, उत्तर प्रदेश : यूपी के सीतापुर में कुत्तों के आतंक से यहां के लोगों को निजात नहीं मिल पाई है। ऐसे में राज्य के संभल जिले में बंदरों ने आतंक से लोग अपने घरों से निकलने से डर रहे हैं। पिछले दो हफ्ते में बंदर के काटने की वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले दो हफ्तों में 225 से ज्यादा लोग बंदर शिकार हुए हैं। हालात यह हो गए है कि अस्पताल में हर दिन कुत्तों और बंदरो को काटने से जुड़े 10-15 मामले सामने आ रहे हैं।
डॉक्टर के अनुसार, भीषण गर्मी की वजह से जानवर आक्रामक हो रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप बंदर आक्रामक बन जाते हैं। उन्होंने कहा, "अभी तक हमारे पास लोगों के लिए पर्याप्त दवाएं हैं और यदि हमें और अधिक चाहिए तो उन्हें देरी के बिना खरीदा जाएगा"।
225 people allegedly attacked by monkeys in Sambhal in past 15 days, doctor says, 'animals get affected by excessive heat & as a result become aggressive. As of now we have enough medicines for people & in case we need more they will be procured without delay.' (29.06.18) pic.twitter.com/saJfAzP3lZ
— ANI UP (@ANINewsUP) June 30, 2018
बंदरों का आतंक शाम ढलते ही इस कदर बढ़ जाता है कि बड़े-बूढ़े, बच्चों और महिलाओं का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। लोग अपने-अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। इससे पहले मई और जून माह में सीतापुर में कुत्तों का कहर बरपा था। यहां कुत्तों के हमलों से अबतक 14 बच्चों की जान चली गई।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।