महाराष्ट्र के कोल्हापुर व सांगली में बाढ़ से 26 की मौत (लीड-1)
फड़णवीस ने सतारा और पुणे सहित बाढ़ से प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन और एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा, स्थिति बहुत विकट है, और उचित समय पर इस क्षेत्र में राष्ट्रीय आपदा घोषित की जाएगी।
कोल्हापुर में जहां पिछले कुछ दिनों में बारिश के कारण 14 मौतें दर्ज की जा चुकी हैं, वहीं गुरुवार की सुबह सांगली के ब्रह्मनाल गांव में बाढ़ पीड़ितों के बचाव में जुटी नाव के डूबने से कम से कम 12 लोग डूब गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ की 13 टीमों के साथ ही राज्य आपदा निवारण टीम, भारतीय सेना, 14 नौसेना दल, एक तटरक्षक दल, वायु सेना और स्थानीय एंजेसी के 10 हजार से अधिक कर्मचारी दो जिले में युद्ध स्तर पर लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में बाधा आ रही है, क्योंकि अधिकांश क्षेत्रों में अभी भी जल स्तर कम नहीं हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र पर अब तक 1.35 लाख से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से बचाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। वहीं हजारों लोग अभी भी भोजन, पेयजल, दवाई, बिजली और अन्य आवश्यक चीजें न मिलने पर जूझ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुणे-बेंगलुरु हाईवे को साफ करने के प्रयास जारी हैं, ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल्द राहत सामग्री भेजने के अलावा लोगों की आवाजाही आसान हो सके।
--आईएएनएस
Created On :   8 Aug 2019 11:30 PM IST