बसपा से गठबंधन के लिए सीटें कुर्बान करने को तैयार हैं अखिलेश
- इसके लिए हमें 2019 के लोकसभा चुनाव में कुछ सीटें बसपा को ज्यादा भी देनी पड़े तो हम देंगे।
- अखिलेश ने कहा है
- 'बसपा के साथ हमारा गठबंधन आगे भी जारी रहेगा।
- उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव BSP के साथ लड़ने का ऐलान कर दिया है।
- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा बयान दिया है।
- हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आगामी चुनाव में बीजेपी की हार हो।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे सत्ताधारी और विपक्षी दल की रणनीतियां भी सामने आ रही हैं। एकतरफ जहां आगामी चुनावों के लिए विपक्षी दल उत्तर से लेकर दक्षिण तक एक हो रहे हैं, वहीं बीजेपी भी अपने सहयोगी दलों को मनाने में लगी हुई है। इन सब के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव BSP के साथ लड़ने का ऐलान कर दिया है। अखिलेश ने कहा है, "बसपा के साथ हमारा गठबंधन आगे भी जारी रहेगा। इसके लिए हमें 2019 के लोकसभा चुनाव में कुछ सीटें बसपा को ज्यादा भी देनी पड़े तो हम देंगे। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आगामी चुनाव में बीजेपी की हार हो।"
Our alliance with BSP will continue, in 2019 even if we have to give up a few seats we will do it. We have to ensure BJP is defeated: Akhilesh Yadav,SP pic.twitter.com/5vq4AA9frs
— ANI UP (@ANINewsUP) June 11, 2018
गौरतलब है कि सपा-बसपा गठबंधन ने यूपी में इस साल हुए तीन लोकसभा उपचुनावों में बीजेपी के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ी थी। इन तीनों ही सीटों पर बीजेपी की हार हुई थी। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की फूलपुर और दिवंगत सांसद की कैराना लोकसभा सीट शामिल थी। तीनों ही सीटों पर विपक्षी दलों ने मिलकर बीजेपी प्रत्याशियों को हराया था। गोरखपुर, फूलपुर में जहां बीएसपी ने सपा प्रत्याशी को समर्थन दिया था, वहीं कैराना लोकसभा उपचुनाव के दौरान सपा-बसपा दोनों ने रालोद प्रत्याशी को समर्थन दिया था।
यूपी में हुए इन उपचुनावों में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन की इस सफलता के बाद ये चर्चाएं तेज हो गईं थी कि लोकसभा में भी क्षेत्रीय दल इस गठबंधन के फार्मूले पर चुनाव लड़ सकते हैं और अब अखिलेश के ताजा बयान ने इन संभावनाओं को सही भी साबित कर दिया है। मैनपुरी में रविवार को एक सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि प्री-पोल गठबंधन के चलते ही हालिया उपचुनावों में जीत मिली है। ऐसे में बीजेपी को हराने के लिए SP-BSP गठबंधन से बेहतर कोई उपाय नहीं है।
बुआ-बबुआ का यह गठबंधन 2019 के पहले ही बिखर जाएगा
अखिलेश के बसपा के साथ चुनाव लड़ने के बयान पर बीएसपी से बीजेपी में आए मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि यह गठबंधन 2019 के पहले ही बिखर जाएगा। उन्होंने कहा, "बुआ और बबुआ आपसी झगड़ा खत्म कर एक-दूसरे के साथ आ गए हैं। यह मुद्दों पर आधारित गठबंधन नहीं है। मुद्दे रहित गठबंधन कभी सफल नहीं होते। यह गठबंधन चुनाव आने के पहले ही टूट जाएगा।"
Bua and Babua (Mayawati Akhilesh Yadav) will finish off with fighting among themselves. This isn"t an alliance based on issues. An issue-less alliance never works. They will finish off before the election (2019) comes: Swami Prasad Maurya, UP Minister (10.06.2018) pic.twitter.com/KxdcKN9Fy9
— ANI UP (@ANINewsUP) June 11, 2018
Created On :   11 Jun 2018 11:21 AM IST