अक्षय पात्र ने राष्ट्रव्यापी बंद के बीच 6.3 करोड़ भोजन पैकेट वितरित किए
बेंगलुरू, 13 जून (आईएएनएस)। देश के प्रमुख गैर सरकारी संगठन अक्षय पात्र फाउंडेशन ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए 25 मार्च को लागू राष्ट्रव्यापी बंद के बाद से जरूरतमंदों को 6.3 करोड़ भोजन के पैकेट मुहैया कराए हैं।
इस्कॉन के संस्थापक आचार्य श्रीला प्रभुपाद का एक गहन संदेश है, कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। इसके आदर्श वाक्य को परिपूर्ण करने के प्रयासों के तहत ही जरूरतमंदों को भोजन परोसा गया है।
फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन चंचलपति दास ने यहां आईएएनएस से कहा, हमने 11 जून तक कमजोर समुदायों के लोगों को 6.3 करोड़ भोजन परोसा है, जिसमें दैनिक मजदूरी करने वाले, औद्योगिक श्रमिक, निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मजदूर और देश के 17 राज्यों के मजदूर शामिल हैं।
कुल 6.3 करोड़ भोजन में 3.4 करोड़ ताजे पके हुए व्यंजन और 6,86,092 खाद्य राहत किट शामिल हैं। इसमें 2.8 करोड़ आवश्यक किराने का सामान भी शामिल है।
तकनीकी दिग्गज इन्फोसिस के पूर्व निदेशक टी. वी. मोहनदास पई द्वारा 2000 में इसके सह-संस्थापक के तौर पर शुरुआत हुई। यह फाउंडेशन दुनिया का सबसे बड़ा गैर-लाभकारी संगठन है, जो उप-महाद्वीप के 12 राज्यों में स्थित 19,039 स्कूलों के 18 लाख से अधिक बच्चों को मध्याह्न् भोजन परोसता है।
इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) के मधु पंडित दास दो दशक पुराने पात्र के संस्थापक हैं।
फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी श्रीधर वेंकट ने कहा, हमारा उद्देश्य इस महामारी के दौरान खाद्य असुरक्षा को कम करना है, क्योंकि यह बुनियादी पोषक तत्वों को प्राप्त न कर पाने की स्थिति में स्वास्थ्य जोखिम को बढ़ाता है।
वैश्विक सॉफ्टवेयर प्रमुख इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति, उनकी पत्नी सुधा मूर्ति और उनके परिवार ने फाउंडेशन को देश भर के विभिन्न स्थानों में 1.33 लाख खाद्य राहत किट वितरित करने में सक्षम बनाने के लिए 10 करोड़ रुपये का दान दिया।
दास ने कहा, मुझे उम्मीद है कि स्थिति में जल्द ही सुधार होगा और लोगों का सामान्य जीवन पटरी पर लौटेगा। तब तक हम जितना हो सकेगा उतने अधिक लोगों को खाना खिलाना जारी रखेंगे।
फाउंडेशन आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली, दिल्ली (एनसीआर), गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश में प्रभावित लोगों को अपनी विशाल रसोई में पका हुआ भोजन परोस रहा है।
वेंकट ने कहा, हमने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए विस्तारित राष्ट्रव्यापी बंद से प्रभावित जरूरतमंदों को सरकार के राहत प्रयासों का समर्थन करने के लिए खाद्य सहायता की है।
इन राज्यों में कमजोर समुदायों को खाद्य राहत किट्स भी वितरित की जा रही हैं।
Created On :   13 Jun 2020 6:30 PM IST