अन्ना हजारे 23 मार्च से रामलीला मैदान में करेंगे अनशन

डिजिटल डेस्क, छत्तरपुर। अन्ना हजारे ने रविवार को एलान किया कि वो देशभर के किसानों की समस्या सहित अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर के देश की राजधानी दिल्ली की रामलीला मैदान में अनशन करेंगे। गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने खजुराहो में चल रहे बुन्देलखंड सूखा मुक्त राष्ट्रीय जल सम्मेलन में कहा कि 23 मार्च से वो अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठेंगे। अन्ना हजारे ने कहा है कि यह आंदोलन नरेन्द्र मोदी सरकार की वादा खिलाफी, देशभर के किसानों की समस्याओं के लिए ठोस नीति तैयार करने, लोकपाल एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ यह अनशन किया जाएगा। सम्मेलन में उपस्थित हजारों लोगों ने अन्ना हजारे के इस हुंकार का समर्थन किया।
किसानों से वसूला जाता है चक्रवृद्धि ब्याज
अन्ना ने आगे कहा कि कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने धोखा दिया जब 2011 में रामलीला मैदान में अनशन के दौरान लिखित में लोकपाल बनाने का आश्वासन दिया और बाद में मुकर गए तो जनता ने कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंका अब बीजेपी की सरकार को बने 3 वर्ष हो गए लेकिन नरेन्द्र मोदी सरकार ने न तो भ्रष्टाचार पर ही लगाम लगाने के लिए कार्य किया और न ही जनलोकपाल बिल में दिलचस्पी दिखाई। देश में किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया। किसानों से चक्रवर्ती व्याज बसूल किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वे देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आत्महत्या कर चुके किसानों के परिवारों को 5 हजार रुपए पेंसन देने की मांग कर चुके हैं। कार्यक्रम के आयोजक जलपुरुष राजेन्द्र सिंह ने सभी को रामलीला मैदान पर अन्ना के आंदोलन में शामिल होने के लिए अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने और भीड़ जुटाने का संकल्प दिलाया और बताया कि अकेले बुंदेलखंड से ही 11 हजार कार्यकर्ता दिल्ली जाएंगे। उन्होंने रजिस्ट्रेसन कराने हेतु आवाहन किया। सम्मेलन के समापन सत्र में 6 प्रस्ताव पारित किये गये, जिसमें बुंदेलखंड में सार्वजनिक चंदेलकालीन, बुन्देलकालीन एवं बाद में निर्मित सभी जल संरचनाओं, तालाबों, चेकडेम की सूची सरकार द्वारा घोषित की जाए, उनकी मरम्मत और पुनर्निर्माण की कार्ययोजना चलाई जाए। बुंदेलखंड के सभी जिलों में जल सम्बर्धन, संरक्षण और जलप्रबंधन की कार्ययोजना चलाई जाए।
Created On :   3 Dec 2017 11:20 PM IST