PDP में बागी MLA की संख्या पहुंची 5 पर, जावेद हसन बेग ने भी साधा महबूबा पर निशाना
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बागी नेताओं की संख्या पांच पर पहुंच गई है। पहले जहां पार्टी से नाराज विधायक इमरान अंसारी, आबिद हुसैन अंसारी, मोहम्मद अब्बास वानी और अब्दुल मजीद पड्डार ने पार्टी के खिलाफ बयानबाजी की थी, अब बारामूला के विधायक जावेद हसन बेग ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि पार्टी, विधायकों का सम्मान नहीं करती है।
पारिवारिक राजनीति से अलग हो सरकार
जावेद हसन बेग ने कहा, राज्य में जो भी नई सरकार बनेगी वह पारिवारिक राजनीति से अलग होनी चाहिए। विधायक का कहना है कि जिस तरह से पीडीपी काम कर रही थी, उन्हें वह ठीक नहीं लग रहा है। पार्टी अपने विधायकों का सम्मान नहीं कर रही है। हारने वाले लोग पीडीपी को चला रहे हैं। इस पार्टी के लिए मैंने अपने 20 साल बर्बाद कर दिए। इससे पहले गुरुवार को PDP विधायक अब्दुल मजीद पड्डार ने कहा था कि वह पार्टी से खुश नहीं हैं और अन्य विधायकों को भी सरकार बनाने की कोशिशें तलाशनी चाहिए।
पीडीपी नहीं करेगी कठोर कार्रवाई
इधर पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता रफी अहमद मीर ने गुरुवार को कहा था कि पीडीपी बागी नेताओं के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं करेगी। नाराज नेताओं से बातचीत कर उनके गुस्से का कारण जानेंगे, फिर आगामी कार्रवाई करेंगे।
पार्टी में मामा, मौसा, चाचा और भाई हैं
गौरतलब है कि, पूर्व मंत्री इमरान अंसारी ने कहा था, महबूबा के पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद ने वंशवाद और एक परिवार की राजनीति को खत्म करने के लिए पीडीपी का गठन किया था। उनकी मौत के बाद महबूबा ने पार्टी को "फैमिली डेमोक्रेटिक पार्टी" में तब्दील कर दिया। पार्टी में मामा, मौसा, चाचा और भाई हैं।"" उन्होंने कहा था कि जब पार्टी को हाइजैक कर लिया है तो हम पार्टी के लिए क्या कर सकते है? अच्छा होगा की हम पार्टी को ही छोड़ दें। अंसारी से जब पूछा गया था कि वो किस पार्टी का दामने थामेंगे तो उन्होंने कहा था कि जिस पार्टी का नेतृत्व बहादुर लोग कर रहे होंगे और पार्टी में परिवारवाद नहीं होगा उस पार्टी में वह शामिल होंगे।
विधायकों से नौकरों की तरह व्यवहार
विधायक आबिद हुसैन अंसारी ने भी इमरान अंसारी की बातों का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी में विधायकों को तव्वजों नहीं दी जाती है और नौकरों जैसा व्यवहार किया जाता है। वहीं विधायक अब्बास वानी ने महबूबा मुफ्ती पर पार्टी को हाईजैक करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि अंसारी ने पिछले चुनाव में कई सीटों पर जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी लेकिन उनके योगदान को भुला दिया गया। बता दें कि अंसारी एक प्रभावी शिया नेता हैं जिनकी चार विधानसभा क्षेत्रों पर अच्छी पकड़ मानी जाती है।
बीजेपी के पास केवल 25 विधायक
19 जून को बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूटने के बाद से ही अटकलों का दौर जारी है कि पीडीपी के कुछ विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते है और बीजेपी सरकार बना सकती है। हालांकि बीजेपी के लिए सरकार बनाना इतना आसान नहीं है। 87 सदस्यों वाली जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बीजेपी के 25 विधायक हैं। जबकि पीडीपी के पास 28 विधायक। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 44 विधायकों की दरकार है।
Created On :   6 July 2018 8:42 PM IST