अरिबाम लौटाएंगे पद्मश्री, नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में लिया फैसला
- 83 वर्षीय फिल्म निर्माता और म्यूजिक कंपोजर अरिबाम को वर्ष 2006 में यह पुरस्कार मिला था।
- नागरिकता संशोधन विधेयक-2016 के विरोध में उन्होंने ये फैसला लिया है।
- मणिपुरी फिल्म निर्माता अरिबाम श्याम शर्मा ने रविवार को पद्मश्री अवॉर्ड वापस लौटाने का ऐलान किया है।
डिजिटल डेस्क, इंफाल। मणिपुरी फिल्म निर्माता अरिबाम श्याम शर्मा ने रविवार को पद्मश्री अवॉर्ड वापस लौटाने का ऐलान किया है। नागरिकता संशोधन विधेयक-2016 के विरोध में उन्होंने ये फैसला लिया है। 83 वर्षीय फिल्म निर्माता और म्यूजिक कंपोजर अरिबाम को वर्ष 2006 में यह पुरस्कार मिला था। अरिबाम के अवॉर्ड वापसी के ऐलान ने एक बार फिर "सहिष्णुता-असहिष्णुता" को लेकर लंबे समय से चल रही बहस को शुरू कर दिया है। बता दें की इससे पहले 2015 में 50 से अधिक साहित्यकारों ने अपने पुरस्कार यह कहते हुए वापस कर दिए थे कि मोदी सरकार के आने के बाद देश में असहिष्णुता बढ़ गई है।
दरअसल केंद्र सरकार 1955 में आए नागरिकता कानून बिल में संशोधन करना चाहती है। इस कानून के अनुसार पहले बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देश से आए रिफ्यूजी को 12 साल देश में गुजारने के बाद नागरिकता मिलती है। हालांकि केंद्र सरकार इसको संशोधित कर इसके टाइम लिमिट को घटाना चाहती है। संशोधन के बाद 12 साल के बजाय 6 साल भारत में गुजारने पर नागरिकता मिल सकेगी। नॉर्थ-ईस्ट के लोग इसके खिलाफ हैं और इस बिल का विरोध कर रही हैं।
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि इस बिल का सबसे ज्यादा असर असम और मणिपुर समेत सभी पुर्वोत्तर राज्य पर पड़गा। लोगों का कहना है कि बांग्लादेशी लोगों के आने से असम और कई राज्यों के संस्कृति पर असर पड़ेगा। इसी वजह से अरिबाम श्याम शर्मा ने यह पुरस्कार लौटाया है। बता दें कि अरिबाम श्याम शर्मा ने इशानौ, संगाई- द डांसर डियर, इमगी निंग्थम जैसी कई सुपरहिट फिल्में बनाई हैं। इसके साथ ही वह एक म्यूजिक कंपोजर भी हैं। उन्होंने कई नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स भी अपने नाम किए हैं।
Created On :   3 Feb 2019 6:23 PM IST