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दैनिक भास्कर हिंदी: सेना प्रमुख जमीनी हालात का जायजा लेने लेह, कश्मीर का दौरा करेंगे

हाईलाइट
- सेना प्रमुख जमीनी हालात का जायजा लेने लेह, कश्मीर का दौरा करेंगे
सुमित कुमार सिंह
नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। भारतीय सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवने जमीनी हालात का जायजा लेने इस सप्ताह लेह और कश्मीर का दौरा करेंगे।
जनरल नरवने का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन के साथ अत्यधिक तनाव बना हुआ है, और वहां एक सप्ताह पहले चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ हिंसक संघर्ष के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से कुछ मीटर की दूरी पर हजारों की संख्या में भारतीय सैनिक तैनात हैं।
सेना प्रमुख बल की तैयारी के साथ ही चीन के साथ एलएसी पर और पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तैनातियों की समीक्षा करेंगे।
दोनों देशों के कॉर्प्स कमांडरों ने सीमा के मुद्दे को सुलझाने और पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने के लिए मोलदो में सोमवार को बैठक की।
तनाव कम करने के लिए छह जून हो हुई बैठक के बाद अपने तरह की यह दूसरी बैठक है।
14 कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और साउथ शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के चीफ मेजर जनरल लियु लिन उसी लाइन पर बातचीत कर रहे हैं, जिस पर दोनों ने पूर्वी लद्दाख के चुशुल-मोलदो बार्डर पर्सनल मीटिंग (बीपीटी) पॉइंट पर बातचीत की थी।
लद्दाख में जमीनी हालात तनावपूर्ण हैं, और गलवान घाटी के पेट्रोलिंग पॉइंट 14 के बाद पैंगोंग त्सो एक दूसरा फ्लैशपॉइंट हो सकता है। पेट्रोलिंग पॉइंट 14 पर ही 15 जून की रात चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर एक बर्बर हमला किया था।
पैंगोंग त्सो में पीएलए ने वास्तविक नियंत्रण रेखा को एकतरफा बदलने की कोशिश की है। पैंगोंग झील के आसपास (एक बिंदु जो भारत के नियंत्रण में रहा है) चीनी सैनिकों की भारी उपस्थिति और लंबे समय से वहां उनका जमावड़ा भारत और चीन के बीच एलएसी पर जारी गतिरोध के संभावित समाधान की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है।
चीन ने फिंगर 4 और फिंगर 8 के बीच कई हिस्सों में रक्षा ढांचे खड़े कर लिए हैं, जो अतीत में ग्रे जोन रहा है। पैंगोंग झील में चीनी कार्रवाई को यथास्थिति बदलने के एक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
भारतीय सेना ने भी हॉट स्प्रिंग्स, डेमचोक, कोयुल, फुकचे, डेपसैंग, मुरगो और गलवान में तैनाती बढ़ा दी है।
15 जून के हिंसक संघर्ष, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और चीनी सैनिक भी मारे गए थे, के बाद से स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है और गलवान घाटी तथा पैंगोंग त्सो इलाकों में तनाव बना हुआ है।
बढ़ रहे तनाव के बीच, चीन की आक्रामकता जारी रहने की स्थिति में भारत जवाब के रूप में सभी सैन्य विकल्पों पर विचार कर रहा है।
भारत ने लद्दाख में वास्तविक नियंण रेखा के 826 किलोमीटर के दायरे में अपनी तरफ तैयारियों को भी बढ़ा दिया है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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