शारदा चिटफंड केस : ममता बनर्जी का कदम संविधान विरोधी - रामदास आठवले
- आठवले ने कहा कि भारत सरकार के ऊपर सीबीआई के दुरुपयोग किये जाने का आरोप बिल्कुल निराधार है।
- रामदास आठवले ने कहा कि ममता बनर्जी सीबीआई का विरोध करके संविधान विरुद्ध कार्य कर रही हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई का विरोध करके संविधान विरुद्ध कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि भ्रष्टाचार में कोई लिप्त है तो सीबीआई के पास जांच करने का अधिकार है और उससे रोकने का प्रयास यह साबित करता है कि स्थानीय सरकार और अधिकारी भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं।
आठवले ने कहा कि भारत सरकार के ऊपर सीबीआई के दुरुपयोग किये जाने का आरोप बिल्कुल निराधार है और यह देश बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के अनुसार चलता है। आठवले ने जारी बयान में कहा कि सीबीआई के अधिकारियों को हिरासत में लेना और प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धरने पर बैठना उचित नहीं है, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया इसकी निंदा करती है।
आठवले ने कहा कि शारदा चिटफंड घोटाले की जांच के दौरान सीबीआई को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब होने की सूचना मिली और उसी क्रम में पुलिस कमिश्नर से पूछताछ के लिए गई थी लेकिन सीबीआई सदस्यों को ही स्थानीय पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने की घटना गलत है ।उन्होंने कहा कि भारत सरकार को ममता बनर्जी जी को परेशान किए जाने का कोई भावना नहीं है लेकिन महागठबंधन के लोग इस पूरे घटनाक्रम का राजनीतिकरण कर रहे हैं और जांच में अनावश्यक हस्तक्षेप कर रहे हैं जो नियम विरुद्ध है।
गौरतलब है कि चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव कुमार से पूछताछ करने के प्रयास के बाद केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी रविवार शाम को कोलकाता में धरने पर बैठ गयीं। सीबीआई की एक टीम रविवार को मध्य कोलकाता में कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आवास पहुंची थी लेकिन वहां तैनात कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया और उन्हें थाने ले गए। सीबीआई कुमार से लापता दस्तावेज और फाइलों के बारे में पूछताछ करना चाहती थी।
Created On :   5 Feb 2019 12:31 AM IST