पीएम मोदी से बैठक से पहले गुपकार गुट में दरार, अलग अलग हुए बड़े नेताओं के सुर
![Before the meeting with PM Modi, the rift in the Gupkar faction, the voices of the big leaders separated Before the meeting with PM Modi, the rift in the Gupkar faction, the voices of the big leaders separated](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2021/06/before-the-meeting-with-pm-modi-the-rift-in-the-gupkar-faction-the-voices-of-the-big-leaders-separated_730X365.jpg)
- अलग अलग हुए महबूबा-फारूख के सुर
- पीएम मोदी के साथ होनी है सर्वदलीय बैठक
- मोदी से मीटिंग के पहले गुपकार में दरार
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। प्रधानमंत्री के साथ होने जा रही बड़ी बैठक से पहले गुपकार समझौते के समर्थकों में दरार नजर आने लगी है। आपको याद दिला दें जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के दो साल बाद खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। जिसमें जम्मू कश्मीर के तमाम बड़े नेता शामिल हैं।
धारा 370 हटने के बाद प्रदेश के कुछ बड़े नेता गुपकार समझौते को लागू करने की मांग करने लगे थे। पर बैठक से ऐन पहले इस समझौते के तहत एकजुट हुए नेताओं के सुर बदलने लगे हैं। महबूबा मुफ्ती और फारूख अब्दुल्ला ने इस बैठक से पहले अलग अलग बयान दिए हैं। जिसके बाद ये कयास लग रहे हैं कि गुपकार में ही दरार आ गई है। बैठक के मसले पर महबूबा मुफ्ती ये कह चुकी हैं कि इस मामले पर हर पक्ष से चर्चा होनी चाहिए। इतना ही नहीं महबूबा ने ये भी कहा कि पाकिस्तान का पक्ष भी जान लेना चाहिए। आपको बता दें उनके इस बयान से फारूख अब्दुल्ला किनारा कर चुके हैं। फारुख अब्दुल्ला ने ये साफ कर दिया है कि वो सिर्फ पीएम से चर्चा करना चाहते हैं। साथ ही ये भी स्पष्ट कर दिया है कि वो वतन के बाहर किसी भी अन्य पक्ष से बातचीत करने के पक्ष में नहीं हैं।
क्या है गुपकार समझौता?
जम्मू कश्मीर की धारा 370 पर गुपकार समझौता हुआ। ये बैठक फारुख अब्दुल्ला के गुपकार स्थित घर पर हुई इसलिए इसे नाम दिया गया गुपकार समझौता। जिसका मूल उद्देश्य ये है कि धारा 370 को दोबारा लागू करवाना, जिसके तहत कश्मीर का विशेष दर्जा बना रहेगा। साथ ही कश्मीर की स्वायत्तता बनाए रखने के प्रयास शामिल हैं। इस समझौते में जम्मू कश्मीर के छह दल शामिल हैं। जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, कांग्रेस और साथ में तीन अन्य दल हैं।
Created On :   24 Jun 2021 8:56 AM GMT