बिहार सरकार शुरुआत से ही सुशांत के परिवार के साथ है : डीजीपी
पटना, 1 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार पुलिस के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय का कहना है कि बिहार सरकार की संवेदनाएं शुरुआत से राज्य के निवासी मरहूम अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के साथ हैं।
सुशांत ने कथित तौर पर 14 जून को मुम्बई स्थित अपने फ्लैट में आत्महत्या कर ली थी। मुम्बई पुलिस आत्महत्या के एंगल से मामले की छानबीन कर रही है और अब सुशांत के पिता द्वारा 25 जुलाई को पटना में एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद बिहार पुलिस भी जांच के लिए मुम्बई पहुंच चुकी है।
इस मामले में भले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से कोई बयान नहीं आया है लेकिन राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी लगातार इस मामले को उठाते हुए मुम्बई में बिहार पुलिस के जांच दल के साथ हो रहे खराब व्यवहार और इस पूरे मामले में महाराष्ट्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठा चुके हैं।
सुशांत ने 14 जून को कथित तौर पर आत्महत्या की थी और उसी दिन गुप्तेश्वर पांडेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शोक संदेश लेकर पटना के राजीव नगर स्थित उनके घर पर उनके पिता केके सिंह से मिलने पहुंचे थे और उन्होंने नीतीश कुमार के साथ-साथ पूरे राज्य की जनता की ओर से संवेदना व्यक्त की थी।
गुप्तेश्वर पांडेय ने शनिवार को मीडिया से कहा, सुशांत की मौत के बाद मैं उन लोगों में था जो सबसे पहले उनके परिवार से मिला। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के एक प्रतिभाशाली अभिनेता के असमय निधन से आज भी काफी दुखी हैं और सुशांत के निधन की खबर मिलने के बाद जब मैं उनके घर गया था तब मैंने उनके पिता से कहा था कि मैं मुख्यमंत्री महोदय की ओर से उनका शोक संदेश लेकर आपके पास आया हूं। इस मुश्किल घड़ी में पूरा प्रदेश आपके साथ है और इसी कारण मैं फिर कह रहा हूं कि बिहार पुलिस का मुखिया होने के नाते पूरे प्रदेश की ओर से मैं सुशांत के परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन देता हूं।
पटना में दायर एफआईआर की मुख्य आरोपी और सुशांत की प्रेमिका रिया चक्रवर्ती ने पूरे मामले की सुनवाई पटना की जगह मुम्बई मे कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट मे अर्जी दी है। सुशांत के पिता ने भी अपने वकील विकास सिंह के माध्यम से इस मामले को पटना में ही रखने के लिए पीटिशन दायर किया है। इस पर बिहार सरकार ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो वह भी इस मामले को पटना मे ही रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
बिहार के एक मंत्री जय कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि इस मामले में अगर सीबीआई जांच की जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात कर सकते हैं। उद्धव ने हालांकि सीबीआई जांच का विरोध किया है लेकिन इसके जवाब में राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने उन पर काउंटर अटैक करते हुए कहा है कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस-संपोषित बालीवुड माफिया के दबाव में हैं, इसलिए सुशांत मामले में जिम्मेदार सभी तत्वों को बचाने पर तुले हैं।
भाजपा नेता ने शनिवार को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, महाराष्ट्र में पहले भी बिहार के लोगों से दुर्व्यवहार की शिकायतें मिलती थीं, लेकिन अब वहां कांग्रेस-राकंपा की बैसाखी पर टिकी उद्धव सरकार ने तो हद कर दी है। लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र से बिहारी मजदूरों की वापसी के समय अड़ंगेबाजी की गई। अब बिहार के बेटे सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच के लिए पहुंची बिहार पुलिस को मुम्बई पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि पटना के रहने वाले और बालीवुड के चर्चित अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद इस मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही थी।
इसके बाद सुशांत के पिता के.के. सिंह ने 25 जुलाई को रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार के सदस्यों सहित छह अन्य लोगों के खिलाफ उनके बेटे को आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर पटना के राजीवनगर थाना में एक मामला दर्ज करवाया। मामला दर्ज होने के बाद बिहार पुलिस मुंबई पहुंचकर मामले की जांच प्रारंभ कर दी।
रिया ने हालांकि इस मुकदमे को मुम्बई शिफ्ट किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट में पांच अगस्त को फैसला होना है।
Created On :   1 Aug 2020 9:31 PM IST