नन रेप केस : बिशप फ्रैंको मुलक्कल तीन दिन की पूछताछ के बाद गिरफ्तार
- आरोपी से एर्नाकुलम में क्राइम ब्रांच के ऑफिस में केरल की स्पेशल टीम पूछताछ कर रही थी।
- इस मामले में मुलक्कल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।
- तीन दिनों की पूछताछ के बाद
- पुलिस ने शुक्रवार को केरल नन रेप केस में बिशप फ्रैंको मुलक्कल को गिरफ्तार कर लिया।
डिजिटल डेस्क, कोट्टायम। पुलिस ने शुक्रवार को केरल नन रेप केस में मुख्य आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तीन दिनों की पूछताछ के बाद बिशप को गिरफ्तार किया है। आरोपी से एर्नाकुलम में क्राइम ब्रांच के ऑफिस में केरल की स्पेशल टीम पूछताछ कर रही थी। इस मामले में मुलक्कल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। बिशप के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के 85 दिन बाद यह गिरफ्तारी हुई है। इससे पहले गुरुवार को पोप ने मुलक्कल को बिशप के पद से मुक्त कर दिया।
मीडिया को संबोधित करते हुए कोट्टायम पुलिस अधीक्षक (SP) हरि शंकर ने कहा, "अब तक एकत्र किए गए साक्ष्य और तीन दिनों तक की गई पूछताछ के आधार पर बिशप फ्रैंको को रात 8 बजे गिरफ्तार कर लिया गया।" शंकर ने कहा, बिशप का मेडिकल एग्जामिनेशन किया जा रहा है। इस मामले की जांच जारी रहेगी और बिशप को शनिवार सुबह मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोट्टायम एसपी ने बिशप के खिलाफ पाए गए साक्ष्य का खुलासा करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा फिलहाल साक्ष्य का खुलासा नहीं किया जा सकता है क्योंकि ये मामला अंडर इन्वेस्टिगेशन है। एसपी शंकर ने कहा कि बिशप मुलक्कल पर रेप, अप्राकृतिक यौन संबंध, आपराधिक धमकी का आरोप है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या इन्वेस्टिगेशन टीम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा जो बिशप मुलक्कल के समर्थन में आए थे। इस पर शंकर ने कहा कि इसमें अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं, और जांच की जा रही है। पर्याप्त सबूत होने पर गिरफ्तारी की जाएगी। मुलक्कल शुक्रवार को कोच्चि पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन के सामने तीसरे दिन पेश हुए। एर्नाकुलम में क्राइम ब्रांच के ऑफिस में वाइकॉम उप पुलिस अधीक्षक के सुभाष के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने पूछताछ की। मुलक्कल ने बीते मंगलवार को केरल हाई कोर्ट में अपनी संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत की भी याचिका दी थी।
बता दें कि फ्रैंको मुलक्कल जालंधर के बिशप थे, जिन पर केरल की एक नन ने साल 2014 से 2016 के बीच कई बार रेप करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने इस मामले में भारत में वेटिकन सिटी के राजदूत जियामबटिस्टा दिक्वॉत्रो को पत्र लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। इस पत्र में लिखा गया था कि बिशप मुलक्कल ने कई बार उसका शारीरिक उत्पीड़न किया और पैसे व राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल इस केस को दबाने का प्रयास किया। नन ने पोप से इस मामले में तुरंत दखल की मांग की थी। पुलिस ने इस साल जुलाई में बिशप के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। मामला सामने आने के बाद आरोपी बिशप की गिरफ्तारी की मांग को लेकर केरल में कई जगह प्रदर्शन जारी हैं।
Created On :   21 Sept 2018 11:41 PM IST