BSP किसी के दबाव में नहीं, एमपी-राजस्थान में अकेले लड़ेंगे चुनाव : मायावती
![BSP Supremo Mayawati Says, No alliance with congress for State Polls BSP Supremo Mayawati Says, No alliance with congress for State Polls](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2018/10/bsp-supremo-mayawati-says-no-alliance-with-congress-for-state-polls2_730X365.jpg)
- बुधवार को मायावती ने ऐलान किया की उनकी पार्टी दोनों प्रदेशों में अकेले लड़ेगी।
- मप्र और राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाएं हुई खत्म।
- मायावती ने कांग्रेस को घमंडी बताया और दिग्विजय सिंह को बीजेपी का एजेंट तक कह डाला।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं को खत्म कर दिया है। बुधवार को मायावती ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी दोनों प्रदेशों में अकले चुनाव लड़ेगी। वह कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। वहीं मायावती ने CBI से डरने वाली बात को भी बेबुनियाद बताया है। दरअसल, एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मायावती केंद्र सरकार के दबाव में है। मायावती को डर है कि अगर वो बीजेपी के खिलाफ गईं तो ED और CBI जैसी एजेंसियां उनके केस में तेजी ला सकती हैं और इससे मायावती की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
मायावती ने कहा, दिग्विजय सिंह जैसे नेता कांग्रेस और BSP का गठबंधन नहीं होने देना चाहते हैं। उन्होंने दिग्विजय सिंह को बीजेपी का एजेंट बताया। मायावती ने कहा कि दिग्विजय सिंह बयान दे रहे हैं कि मायावती के ऊपर केंद्र का प्रेशर है और इसीलिए वह गठबंधन नहीं चाहती है। ये पूरी तरह से आधारहीन है। दिग्विजय सिंह सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों के डर से बीएसपी और कांग्रेस गठबंधन नहीं होने देना चाहते हैं। उन्होंने कहा इसके पीछे दिग्विजय सिंह का निजी स्वार्थ है। मुझे लगता है कि कांग्रेस-BSP गठबंधन के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के इरादे नेक हैं, लेकिन कुछ कांग्रेस नेता ऐसा नहीं होने देना चाहते हैं।
मायावती ने कहा, कांग्रेस घमंडी हो गई है और वह गलतफहमी में है कि वह बीजेपी को अपने दम पर पराजित कर सकती है। लेकिन जमीनी हकीकत यहीं है कि लोगों ने कांग्रेस पार्टी को उनकी गलतियों और भ्रष्टाचार के लिए माफ नहीं किया है। वे खुद को सुधारने के लिए तैयार नहीं हैं।
बता दें कि इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। लंबे समय से अटकले लगाई जा रही थी कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी और अन्य दलों के साथ गठबंधन कर बीजेपी को पराजित करने के लिए मैदान में उतरेगी। हाल ही में मायावती ने मध्य प्रदेश की 22 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी की थी। इसके बावजूद कांग्रेस की तरफ से कहा जा रहा था कि BSP के साथ गठबंधन की संभावनाएं अभी खत्म नहीं हुई है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली लिस्ट में BSP ने मौजूदा 4 विधायकों में से 3 को फिर से टिकट दिया है। मुरैना के दिमनी विधानसभा से BSP विधायक बलवीर सिंह दंडोतिया का नाम लिस्ट में नहीं है, बाकी 3 विधायक शीला त्यागी, ऊषा चौधरी, सत्य प्रकाश शंखवार को फिर से मिला टिकट मिला है।
Created On :   3 Oct 2018 11:42 AM GMT