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दैनिक भास्कर हिंदी: कैग रिपोर्ट में खुलासा: 19 मंत्रालयों ने मोदी सरकार को लगाया 1179 करोड़ का चूना

हाईलाइट
- कैग रिपोर्ट में खुलासा मोदी सरकार को 19 मंत्रालयों ने 1179 करोड़ रुपए का चूना लगाया।
- विदेश मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं पिरवार कल्याण समेत कई मंत्रालयों में मिली गड़बड़ियां
- साल 2015-16 में इन मंत्रालयों का कुल खर्च 53,34.037 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 2016 में 73,62,3944 हो गया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नियम कायदे दरकिनार और अनावश्यक पैसे खर्च कर मोदी सरकार को 19 मंत्रालयों ने 1179 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। ये बात कैग की 2018 की रिपोर्ट नंबर 4 के दस्तावेजों की छानबीन के बाद सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक नियमों को दरकिनार करने के मामले में मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय टॉप पर है। इसके बाद क्रमश: विदेश मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, संस्कृति, उपभोक्ता, मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्रालय आदि में धनराशियों से जुड़ी गड़बड़ियां देखने को मिली हैं।
साल भर में 38 % से ज्यादा बढ़ा सकल खर्च
देश की सबसे बड़ी ऑडिट एजेंसी कंपट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (कैग) ने सोशल, जनरल और रेवेन्यू सेक्टर से जुड़े 46 मंत्रालय और विभागों की ऑडिट की। इनमें 19 मंत्रालयों में गड़बड़ियों के 78 मामले सामने आए हैं। साल 2015-16 में इन मंत्रालयों का कुल खर्च 53,34.037 करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 2016 में 73,62,3944 हो गया। मतलब साल भर में सकल खर्च 38 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गया।
कैग ने पहले ही किया था सतर्क
कैग की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय ने अपने ही बनाए नियमों और प्रावधानों की अनदेखी की। मंत्रालयों और विभागों के स्टाफ को अनियमित भुगतान किया गया। बजट खर्च अनियंत्रित तौर पर किया गया। बजट प्रबंधन और परियोजनाओं में काफी लापरवाही बरती गई। पूर्व में हुई ऑडिट के दौरान भी कैग ने इन गड़बड़ियों की तरफ इशारा किया था, लेकिन मंत्रालयों ने कार्यप्रणाली नहीं सुधारी।
तीन मंत्रालयों में 19.33 करोड़ का नुकसान
नियम कायदों की अनदेखी के कारण तीन मंत्रालयों में 19.33 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में 13.76 करोड़ तो संस्कृति मंत्रालय में 2.26 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
चार मंत्रालयों में पकड़ाए 10 मामले
संस्कृति, विदेश मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और एमएचआरडी में गड़बड़ी के 10 मामले सामने आए हैं। इन गड़बड़ियों में 65.86 करोड़ रुपए की धनराशि शामिल है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन एक्सपोर्ट इंस्पेक्शन काउंसिल ऑफ इंडिया, कोलकाता की ऑडिट में नई तरह की गड़बड़ी सामने आई। इस विभाग में फिक्सड डिपोजिट की जगह धनराशि को बचत खाते में रखा गया। सरकार को इससे 2014-2017 के बीच ब्याज के 13.76 करोड़ रुपए का चूना लगा।
करोड़ों के सामान खरीदे, सालों तक नहीं किया उपयोग
कैग के ऑडिट में ऐसे कई मामले सामने आए, जिसमें करोड़ों रुपए के सामान खरीदने के बाद भी सालों तक उनका उपयोग ही नहीं किया गया। ऑडिट में कृषि मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, गृह मंत्रालय, एमएचआरडी में कुल 18.87 करोड़ रुपए के अनावश्यक खर्च भी पकड़ाए। जांच में पता चला कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की यूनिट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशियन, हैदराबाद में कुल 1.52 करोड़ के उपकरण बेकार पड़े थे। पिछले 5 साल से 2.13 करोड़ के उपकरणों का कोई उपयोग ही नहीं हुआ।
1.11 करोड़ का सॉफ्टवेयर खरीदा
गृह मंत्रालय के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस ने 1.11 करोड़ में अत्याधुनिक सिस्टम के लिए सर्वर और सॉफ्टवेयर खरीदा। इस सिस्टम का साढ़े तीन साल तक प्रयोग ही नहीं हुआ। आइआइटी मुंबई की ऑडिट में कैग ने 1 मार्च 2016 से 31 मार्च 2017 के बीच सेवा कर के 2.56 करोड़ रुपए का अनियमित भुगतान करने का मामला पकड़ा।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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