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दैनिक भास्कर हिंदी: हद है: अस्पताल में मंत्री के स्वागत के लिए बिछाई कालीन, मीडियाकर्मियों को देख आनन-फानन में हटाए
हाईलाइट
- जेके लोन अस्पताल में अब तक 104 बच्चों की हो चुकी है
- मामले की लीपापोती करने में लगी है राज्य सरकार
डिजिटल डेस्क, कोटा। शहर के जेके लोन अस्पताल में एक महीने के अंदर 104 बच्चों की मौत होने के बावजूद राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेता नजर नहीं आ रहा है। अस्पताल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के पहुंचने की खबर मिलते ही स्टाफ ने सफाई करना शुरू कर दी। यही नहीं मंत्री के दौरे को एक समारोह की शक्ल दिए जाने की कोशिश की गई। यहां मंत्रीजी के लिए कालीन बिछाई जाने लगी, लेकिन कुछ मीडियाकर्मियों के पहुंचने के बाद इन कालीनों को हटा लिया गया। वहीं सीएम गेहलोत का इस मामले को लेकर विवादित बयान देने का दौर भी जारी है। उन्होंने आज (शुक्रवार) फिर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि ये तो आप देश में और प्रदेश में कहीं भी जाएं, वहां अस्पताल में कुछ कमियां मिलेंगी ही।
राजस्थान: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के दौरे से पहले कोटा के जे. के. लोन अस्पताल में बिछाई गई कारपेट को मीडिया की उपस्थिति को देखते हुए हटा दिया गया। #KotaChildDeaths pic.twitter.com/gkadF0xgwu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2020
कोटा के जेके लोन अस्पताल के जिस आईसीयू में शिशुओं की मौत हुई, उसमें स्वच्छता की कमी पर किए सवाल के जवाब में राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 'ये तो आप देश में और प्रदेश में कहीं भी जाएं, वहां अस्पताल में कुछ कमियां मिलेंगी ही, उसकी आलोचना करने का हक मीडिया और लोगों को है, इससे सरकार की आंखें खुलती हैं और सरकार उसको बेहतर बनाती है।'
कोटा में जिस आईसीयू में शिशुओं की मौत हुई उसमें स्वच्छता की कमी पर राजस्थान सीएम अशोक गहलोत: ये तो आप देश में और प्रदेश में कहीं भी जाएं, वहां अस्पताल में कुछ कमियां मिलेंगी ,उसकी आलोचना करने का हक मीडिया और लोगों को है, इससे सरकार की आँखें खुलती हैं और सरकार उसको बेहतर बनाती है। pic.twitter.com/7wY48Qi9Qy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2020
दरअसल, अशोक गहलोत सरकार चौतरफा विरोध का सामना कर रही है। विपक्षी बीजेपी राज्य सरकार पर निशाना साध रही है। दूसरी तरफ सीएम गहलोत इस मुद्दे पर सियासत नहीं करने की अपील कर रहे हैं। बीजेपी ने राजस्थान सरकार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निशाने पर लिया। वहीं, बीएसपी चीफ मायावती ने भी गहलोत सरकार और प्रियंका गांधी पर निशाना साधा। उधर, राज्य सरकार ने इन मौतों पर सफाई दी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि कई बच्चों को काफी गंभीर स्थिति में लाया गया था।
पिछले वर्षों की मौतों की तुलना कर रहे नेता
एक ओर जहां बच्चों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन सरकार में बैठे लोग पिछली वर्षों में हुई मौतों से तुलना कर रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने पिछले दिनों कहा था कि अगर बीजेपी अपने कार्यकाल के दौरान इस अस्पताल में हुए बच्चों की मौत का आंकड़ा देख ले तो शायद आलोचना नहीं करे। हमने लगातार मौत के आंकड़ों को कम किया है और करते जा रहे हैं।
एक ही बेड पर दो-तीन बच्चों का लेटाया जा रहा
बीते मंगलवार को लॉकेट चटर्जी, कांता कर्दम और जसकौर मीणा समेत बीजेपी सांसदों के एक संसदीय दल ने अस्पताल का दौरा कर उसकी हालत पर चिंता जताई थी। दल ने कहा था कि एक ही बेड पर दो-तीन बच्चे थे और अस्पताल में पर्याप्त नर्सें भी नहीं हैं। इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राज्य की कांग्रेस सरकार को नोटिस जारी किया था। आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा था कि अस्पताल परिसर के भीतर सुअर घूमते पाए गए। माना जा रहा है कि बच्चों के मौत की वजह जीवन रक्षक उपकरणों की कमी हो सकती है।
535 जीवन रक्षक उपकरणों में से 320 काम नहीं कर रहे
सूत्रों ने बताया कि 535 जीवन रक्षक उपकरणों में से 320 काम नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा 71 इंफेंट वामर्स में से सिर्फ 27 काम कर रहे हैं। कुछ वेंटिलेटर भी सही तरह से काम नहीं कर रहे हैं। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने इससे इनकार किया है। सीएमओ के सूत्रों ने पुष्टि की कि गहलोत मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और खुद जांच की निगरानी कर रहे हैं। अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि सभी बच्चों को अस्पताल में गंभीर हालत में लाया गया था।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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