मप्र चुनाव : कांग्रेस के उत्साह और बीजेपी की चुप्पी के क्या है मायने? पढ़िए यहां..
- मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को बंपर वोटिंग हुई।
- वोटिंग के बाद जहां कांग्रेस बेहद उत्साहित नजर आ रही है तो वहीं बीजेपी कार्यालय में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा।
- शोभा ओझा ने कहा कि बीजेपी की चुप्पी जाहिर कर रही है कि वह अपनी हार मान चुकी है।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को बंपर वोटिंग हुई। वोटिंग के बाद जहां कांग्रेस बेहद उत्साहित नजर आ रही है तो वहीं बीजेपी कार्यालय में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कामलनाथ ने दिन भर में दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जबकी बीजेपी का कोई भी नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए सामने नहीं आया। ऐसे में कांग्रेस को बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि बीजेपी की चुप्पी जाहिर कर रही है कि वह अपनी हार मान चुकी है।
15 साल से मध्य प्रदेश मे सत्ता का सुख भोग रही बीजेपी के लिए इस बार सत्ता बचाना इतना आसान नजर नहीं आ रहा है। बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए 230 सीटों पर वोटिंग की गई। वोटिंग का प्रतिशत 75 के करीब रहा जो पिछली बार की तुलना में थोड़ा ज्यादा है। पिछली बार 2013 में मध्य प्रदेश में 72 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार के चुनावों में भी सीधी टक्कर बीजेपी और "वक्त है बदलाव का" टैगलाइन के साथ मैदान में उतरी कांग्रेस के बीच है। हालांकि मतदान के बाद जीत को लेकर बीजेपी उतनी ज्यादा आश्वस्त नजर नहीं आ रही है जितनी की कांग्रेस दिख रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, "आज के चुनाव की खासियत ये है कि 2 चीजें शांति से निपट गई। एक तो चुनाव और दूसरा बीजेपी।" उन्होंने कहा, "पहले मैंने कहा था कि हम 140 से ज्यादा सीटें जीतेंगे लेकिन आज की वोटिंग और जो जानकारियां मिल रही हैं, उसके बाद ये संभावना लग रही है कि चुनाव परिणाम एकतरफा होंगे और चौंकाने वाले होंगे।" वहीं, कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा, बीजेपी अपनी हार मान चुकी है इसीलिए वह अब सामने नहीं आ रही है। उन्होंने कहा, बीजेपी ने चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए कई प्रलोभन दिए लेकिन जनता बहुत समझदार है उन्होंने अपना काम कर दिया।
बरहाल, मतदान से पहले रोजाना प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली बीजेपी ने मतदान वाले दिन मीडिया से दूरी क्यों बनाई इसका जवाब तो बीजेपी ही दे सकती है। लेकिन कांग्रेस की खुशी और मध्य प्रदेश में हुए रिकॉर्ड मतदान के क्या मायने है इसका जवाब 11 दिसंबर को आने वाले नतीजे बता देंगे।
Created On :   28 Nov 2018 11:03 PM IST