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आपदा: चक्रवाती तूफान निवार के 12 घंटों में भीषण रूप लेने की आशंका

हाईलाइट
- तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान निवार पुडुचेरी के पूर्व-दक्षिण पूर्व में 380 किमी और चेन्नई से 430 किमी दक्षिण-पूर्व में केंद्रत है। इसके अगले 12 घंटों के दौरान और तेजी से बढ़ने और भीषण रूप लेने की आशंका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) से प्राप्त जानकारी के आधार पर मंत्रालय ने कहा कि चक्रवात की पुडुचेरी के आसपास कराईकल और मामल्लपुरम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार करने की संभावना है। इस दौरान 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से रफ्तार से हवाएं चलेंगी। हवा 120 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार को भी छू सकती है।
चक्रवाती तूफान के ऊपर नजदीकी नजर रखी जा रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) मुख्यालय, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में स्थित बटालियनों के कमांडेंट, संबंधित राज्य अधिकारियों के साथ समन्वय में हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग पूवार्नुमान और राज्य प्राधिकरणों की आवश्यकताओं को देखते हुए, 22 टीमों (तमिलनाडु में 12 टीमों, पुडुचेरी में 3 टीमों और आंध्र प्रदेश में 7 टीमों को संभावित प्रभावित क्षेत्रों में पूर्व-तैनात किया गया है।
अतिरिक्त आवश्यकता को पूरा करने के लिए टीमों को गुंटूर (आंध्र प्रदेश), त्रिशूर (केरल) और मुंडली (ओडिशा) में रिजर्व रखा गया है। सभी टीम के पास लैंड फॉल के बाद बहाली के लिए विश्वसनीय वायरलेस और सैटेलाइट संचार, ट्री कटर/पोल कटर हैं। वर्तमान कोविड-19 परिदृश्य के मद्देनजर, एनडीआरएफ की टीमें उपयुक्त PPE से सुसज्जित हैं।
एनडीआरएफ जिला और स्थानीय प्रशासन के साथ निकट समन्वय में काम कर रहा है। चक्रवात के बारे में जानकारी के लिए सभी नागरिकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है कि क्या करना है - क्या नहीं करना है और प्रभावित क्षेत्रों में कोविड-19 और इसे रोकने के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
सभी तैनात दल चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने में स्थानीय प्रशासन की सहायता कर रहे हैं। एनडीआरएफ, समुदाय के बीच सुरक्षा की भावना फैला रहा है कि एनडीआरएफ टीमें आपकी सेवा में उपलब्ध हैं और जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक क्षेत्र में मौजूद रहेगी, ताकि जनता घबराए नहीं।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।