रजिस्टर के इन पन्नों पर लिखा है 11 मौतों का राज...पिता से होती थी सपने में बात

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रजिस्टर के इन पन्नों पर लिखा है 11 मौतों का राज...पिता से होती थी सपने में बात
रजिस्टर के इन पन्नों पर लिखा है 11 मौतों का राज...पिता से होती थी सपने में बात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 लोगों की एक साथ आत्महत्या का पूरा देश राज जानना चाहता है। जांच में घर के अंदर एक दीवार पर 11 पाइप, 11 खिड़कियां, 11 ऐंगल, कुछ डायरियां और रजिस्टर भी बरामद हुए। डायरियां और रजिस्टर में लिखी हुई बातें साफ इशारा करती हैं कि यह पूरा मामला तंत्र-मंत्र से जुड़ा हुआ है। बता दें कि पुलिस को जब 11 लोगों के शव मिले थे तब उन सभी की आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी और हाथ बंधे हुए थे। पुलिस ने किसी स्वयंभू बाबा की संलिप्तता से इनकार किया है। अब पुलिस की पूरी जाँच घर से बरामद रजिस्टर पर टिकी है, इस रजिस्टर में सिलसिलेवार लिखी गई बातों के जरिये ही पुलिस राज का पर्दाफाश करने में जुटी है।

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पुलिस को घर से मिले रजिस्टर में धार्मिक बातें लिखी मिली हैं। इससे पुलिस अंदेशा लगा रही है कि इस घटना के पीछे तंत्र साधना भी एक मुख्य वजह हो सकती है। घर में मिले रजिस्टर में लिखा है कि स्टूल का इस्तेमाल करने, आंख बंद कर लेने और हाथ बांध लेने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। जिस रजिस्टर के आधार पर पुलिस घटना में ये एंगल जोड़ रही है, वह घर में बने एक छोटे से मंदिर के बगल में रखा मिला। इस रजिस्टर में 2017 से एंट्री शुरू हुई है। रजिस्टर में मोबाइल अलग रखने और कान में रूई डालने के बारे में भी लिखा है।

 

पुलिस को एक तीसरा रजिस्टर बरामद हुआ है, जिसके नोट्स ‘मोक्ष’ ‘शून्य’ और ‘भगवान को रिझाने’ के बारे में है। मामले में पुलिस अधिकारियों ने परिवार के बड़े बेटे समेत 20 रिश्तेदारों से पूछताछ की है। क्राइम ब्रांच की टीम ने बुधवार को फिर से घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया और टीम को एक रजिस्टर मिला। इसमें 2011 से प्रविष्टियां हैं।

 


रजिस्टर के एक पन्‍ने पर लिखा है, "आज मेरे जाने के बाद परिवार कम रोशनी पर परिक्रम करनी है।" इतना ही नहीं मृतक ललित के पिता भोपाल दास की फोटो भी सामने आई है। पता चला है कि ललित अपने पिता भोपालदास से सपने में बात भी करता था। इस मामले में पुलिस का कहना है कि ललित के पिता का नाम गोपालदास नहीं, बल्कि भोपालदास था और उसके पिता की मौत 10 नहीं बल्कि 12 साल पहले हुई थी।

 

भोपालदास भाटिया


दो-दो घंटे पूजा करता था परिवार
बुराड़ी में जिस भाटिया परिवार के 11 लोगों की लाश मिली है, उन सभी को पड़ोसी व्यवहार कुशल और धार्मिक प्रवृत्ती का बताते हैं। अपने घर में होने वाले हवन-पूजन और धार्मिक अनुष्ठान में भी भाटिया परिवार पड़ोसियों को बुलाया करता था। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया है कि भाटिया परिवार का हर शख्स सभी से प्रेम से मिलता था।
 

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अगर घर में मिले कुछ सामान को देखा जाए तो यह साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि परिवार तंत्र विद्या का शिकार था। पुलिस को घर से कुछ रजिस्टर भी मिले हैं, जिसमें कुछ बातें लिखी हैं। यह सभी बातें हैरान करने देने वाली हैं। उन्हीं लिखी बातों से ये अनुमान लगाया जा रहा है परिवार तंत्र विद्या, काले जादू का शिकार था।

 

 

11 पाइप का रहस्य
पुलिस को जिस कमरे में 10 शव लटके मिले थे उसी कमरे की दीवार पर 11 पाइपों ने इस गुत्थी को और उलझा दिया है। परिवार के घर के पिछले हिस्से पर 11 पाइप निकले हुए हैं। इनमें से सात पाइप मुड़े हैं और चार सीधे हैं। साथ ही घर में मरे 11 लोगों में सात पुरुष हैं और चार महिलाएं हैं। यह संख्या भी एक ही है।

 

4 पाइप मुड़े हुए क्यों?
घर के निर्माण कार्य से जुड़े एक ठेकेदार ने बताया कि शायद यह हवा आने जाने के लिए बनाया गया है। मगर सवाल यह भी है कि अगर ऐसा ही था तो सभी पाइप एक जैसे क्यों नहीं बनाए गए उसमें से चार मुड़े क्यों छोड़ दिए गए? इसे दूसरे के प्लॉट में क्यों बनाया गया? वहीं इन पाइपों से पानी गिरने का भी कोई साक्ष्य नहीं है।

 

मृतक ललित भाटिया

तीसरे भाई ने खोला 11 पाइप का राज
मृतक ललित और भूपी भाटिया के तीसरे भाई दिनेश और बहन सुजाता ने परिवार की मौत के पीछे तंत्र-मंत्र और धर्मांधता या किसी तांत्रिक की बात होने से इनकार किया है। घर से बाहर निकले 11 पाइप का रहस्य खोलते हुए दिनेश ने कहा कि पाइप से जुड़ी जो अफवाहें उड़ रही हैं, वो बातें बिल्कुल गलत हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल उनके भाई का प्लाईउड का काम था, इस वजह से काफी काफी गैस बनती थी और इन 11 पाइपों को इसीलिए लगवाया गया था, ताकि गैस निकलती रहे।
 

पढ़ें रजिस्टर में लिखी 11 बातें...

1. हर व्यक्ति प्रभु दर्शन के लिए नियम के तहत, अपनी-अपनी आंखों में पट्टी बांधना है, ताकि कोई एक दूसरे को देख न सके। आंखों में सिर्फ परम स्थान दिखाई दे। 
2. श्रद्धा के साथ सात दिनों तक लगातार बरगद के वृक्ष की पूजा करें। अगर कोई घर आए तो यह कार्य अगले दिन करें। इसके लिए गुरुवार या रविवार का दिन चुनें।
3. अगर बुजुर्ग महिला (नारायण देवी) खड़ी नहीं हो सकती हैं तो वह दूसरे कमरे में लेट सकती हैं। अनुष्ठान के लिए मद्धिम प्रकाश का उपयोग करें। बुजुर्ग महिला की गला  रेत कर हत्‍या की गई थी. इस महिला का शव दूसरे कमरे में मिला है।
4. रात 12 बजे से एक बजे के बीच अनुष्ठान करें, ताकि कोई तुम्हें बाधा न पहुंचाए। जब तुम सब उस दौरान फांसी पर लटक जाओगे, तो भगवान अचानक प्रकट होंगे और उसी क्षण तुम्हें बचा लेंगे।
5.  प्रभु के मार्ग में जाने के दौरान किसी तरह के शोर-शराबे से बचने के लिए मोबाइल स्विच ऑफ कर लेना है। 
6. हरि दर्शन के उपाय खासतौर से मंगलवार, शनिवार या फिर रविवार को ही करना है।  
7. इस दौरान अपने कान में रूई डालना है, ताकि परिवार के सदस्य एक दूसरे की आवाज तक न सुन सकें। घर में एकदम शांति हो।
8.  भगवान दर्शन की क्रिया के पहले हवन करना है। (लोहे के हवन कुंड में अनुष्ठान करने के सबूत मिले हैं।)
9. भगवान दर्शन के लिए हाथ-पैर बांधते हुए रस्सी से लटकते वक्त झटपटाहट होने पर घबराना नहीं है, क्योंकि भगवान दर्शन देंगे।
10. हवन के बाद भगवान दर्शन क्रिया शुरू करते वक्त घर की विधवा महिलाएं परिवार से कुछ दूर यह सब करेंगी।
11. भगवान का दर्शन करने के बाद आप को सांसारिक दुखों से मुक्ति मिल जाएगी।


गौरतलब है कि मृतकों की पहचान नारायण देवी (77), उनकी बेटी प्रतिभा (57) और दो बेटे भावनेश (50) और ललित भाटिया (45) के रूप में हुई है। भावनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मीनू (23), निधि (25) और ध्रुव (15), ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनका 15 वर्ष का बेटा शिवम, प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी मृत मिले। प्रियंका की पिछले महीने ही सगाई हुई थी और इस साल के अंत तक उसकी शादी होनी थी।

Created On :   4 July 2018 1:22 PM GMT

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