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फडणवीस का दावा- शरद पवार को पता था अजित है 'बीजेपी' के साथ

हाईलाइट
- अजित पवार ने सरकार गठन के लिए किया था संपर्क- फडणवीस
- अजित ने कुछ विधायकों से बात कराई थी - देवेंद्र फडणवीस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद कई नाटकीय घटनाक्रम सामने आए। शिवसेना और भाजपा चुनाव साथ में लड़ी, लेकिन बाद में दोनों की राहे अलग हो गई। फिर अचनाक एनसीपी नेता अजित पवार के समर्थन से देवेंद्र फडणवीस ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। फिर 72 घंटे बाद अजित ने अपना समर्थन वापस ले लिया और फडणवीस को इस्तीफा देना पड़ा। अब राज्य में शिवसेना,कांग्रेस और एनसीपी की गठबंधन में सरकार है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं। इस पूरे घटनाक्रम के बाद उद्धव सीएम तो बन गए, लेकिन देवेंद्र फडणवीस चुप नहीं रहने वाले हैं। उन्होंने एक बड़ा दावा किया है।
पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एक निजी चैनल से बात करते हुए खुलासा किया कि अजित पवार ने सरकार गठन के लिए उनसे संपर्क किया था। उन्होंने कहा, 'पवार ने उन्हें एनसीपी के सभी विधायकों के समर्थन का आश्वासन दिया था। अजित ने मेरी कुछ विधायकों से बात भी कराई थी। जिन्होंने मुझसे कहा वे भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहते हैं।'
फडणवीस ने दावा किया कि अजित पवार ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी उन्होंने चर्चा की है। उन्होंने कहा, 'अजित ने हमसे संपर्क किया और कहा था कि एनसीपी कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहती। तीनों दल का गठबंधन मिलकर सरकार नहीं चला सकता। एनसीपी स्थिर सरकार के भाजपा के साथ जाना चाहती हैं।'
पूर्व सीएम ने कहा कि आने वाले समय में और कई बातें सामने आएंगी। उन्होंने कहा, सिंचाई घोटाले में अजित को मिली क्लीन चिट से उनका कोई संबंध नहीं है। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र भ्रष्टाचार निरोधक शाखा का हलफनामा 27 नवंबर का है और मैंने 26 नवंबर को इस्तीफा दिया था।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।