मनी लॉन्ड्रिंग केस में रॉबर्ट वाड्रा से ED ने 6 घंटे में किए 36 सवाल
![ED interrogates Robert Vadra in connection with money laundering case ED interrogates Robert Vadra in connection with money laundering case](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2019/02/ed-interrogates-robert-vadra-in-connection-with-money-laundering-case2_730X365.jpg)
- गुरुवार सुबह 10.30 पर फिर से ED की टीम वाड्रा से पूछताछ करेगी।
- मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने वाड्रा से 6 घंटे तक पूछताछ की।
- सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा बुधवार को ED के सामने पेश हुए।
जिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस चेयरपर्सन सोनिया गांधी के दामाद और हाल ही में कांग्रेस महासचिव बनाई गईं प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा बुधवार को ED के सामने पेश हुए। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने उनसे पूछताछ की। यह पूछताछ करीब 6 घंटे चली। दोपहर 3.40 पर रॉबर्ट वाड्रा ED दफ्तर पहुंचे थे, रात 9.40 पर वे बाहर निकले। इन 6 घंटों में ED की टीम ने 5 घंटे तक वाड्रा से सवाल जवाब किए और इसके बाद एक घंटे तक उन्हें दफ्तर में ही बैठाए रखा। इस दौरान ED की टीम ने वाड्रा से 36 सवाल पूछे।
पूछताछ के बाद वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने कहा कि राबर्ट वाड्रा बिना समन के ED दफ्तर पहुंचे और अधिकारियों के हर सवाल का जवाब दिया। खेतान ने कहा, "आगे भी ED जब भी बुलाएगा, वाड्रा पेश होंगे।" इधर, ED ने फिर से रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा है। गुरुवार सुबह 10.30 बजे वाड्रा से फिर पूछताछ की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, रॉबर्ट वाड्रा से तीन चरणों में पूछताछ हुई...
- पहले चरण में वाड्रा से मनोज अरोरा, सुमित चड्ढा, सी. थम्पी और संजय भंडारी के साथ उनके सम्बंधों के बारे में पूछा गया।
- दूसरे चरण में विदेशों में उनकी संपत्तियों के बारे में पूछा गया, इनमें लंदन में खरीदे गए तीन विला और छह फ्लैटों से जुड़ी जानकारियां शामिल थी।
- तीसरे चरण में रक्षा और पेट्रोलियम सौदे के बिचौलियों के संबंध में पूछताछ की गई।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन सवालों के जवाब में रॉबर्ट वाड्रा ने स्पष्ट कहा कि उनकी लंदन में कोई संपत्ति नहीं है। वाड्रा ने संजय भंडारी और शिखर चड्ढा के साथ व्यापारिक सम्बंधों से भी इनकार किया।
इससे पहले ED दफ्तर जाने के दौरान वाड्रा के साथ उनकी पत्नी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थी। हालांकि पति रॉबर्ट को ED दफ्तर ड्रॉप करने के तुरंत बाद वे कांग्रेस कार्यालय के लिए रवाना हो गईं थी।
बता दें कि पटियाला हाउस कोर्ट ने शनिवार को ही इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा को अंतरिम जमानत दी थी। इसके तहत उन्हें 16 फरवरी तक गिरफ्तारी से राहत रहेगी। इस सुनवाई के दौरान ED ने कोर्ट से कहा था कि एजेंसी को अन्य देशों में रॉबर्ट वाड्रा से जुड़ी संपत्तियों के बारे में पता चला है, जिसकी और जानकारी जुटाने के लिए उनसे पूछताछ करनी होगी। इस पर कोर्ट ने ED को रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ के लिए मंजूरी दी थी।
Delhi: Robert Vadra inside the Enforcement Directorate office, to appear in connection with a money laundering case pic.twitter.com/HIiwLYpMou
— ANI (@ANI) February 6, 2019
यह है मामला
मनी लॉन्ड्रिंग का यह केस 19 लाख पाउंड (करीब 17 करोड़ रुपये) की लंदन स्थित एक प्रॉपर्टी की खरीदारी से जुड़ा हुआ है। लंदन के 12, ब्रायनस्टन स्क्वेयर में यह प्रॉपर्टी स्थित है। ED के अनुसार, इस प्रॉपर्टी को सबसे पहले संजय भंडारी ने 19 लाख पाउंड में खरीदा था। इसके रिनोवेशन पर 65,900 पाउंड खर्च करने के बाद इसे 2010 में फिर से 19 लाख पाउंड में ही बेच दिया गया। इस बार खरीददार रॉबर्ट वाड्रा थे। ED का दावा है कि भंडारी कभी भी प्रापर्टी का वास्तविक मालिक नहीं था, वास्तविक मालिक पहले भी वाड्रा ही थे। भंडारी को बीच में बस फायदे के लिए इस्तेमाल किया गया था। ED ने यह भी आरोप है कि वाड्रा के स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के कर्मचारी अरोड़ा की भी इस सौदे में महत्वपूर्ण भूमिका थी। ED का कहना है कि अरोड़ा ने इस सौदे के लिए पैसों की व्यवस्था की थी।
Created On :   6 Feb 2019 11:32 AM GMT