गुजरात: प्रधानमंत्री मोदी ने की सिखों से मुलाकात, सिंगापुर से भी बड़े पार्क का किया उद्घाटन
- कच्छ में पीएम मोदी करेंगे नई परियोजनाओं की शुरुआत
- भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर रहते है 5 हजार से ज्यादा सिख
- सिख किसानों से कर सकते है कृषि कानून पर चर्चा
डिजिटल डेस्क,गांधीनगर। दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन जारी है और इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात दौरे पर है। कच्छ में रहने वाले कुछ सिख समुदाय के किसानों से पीएम ने मुलाकात की। साथ ही कई विकास परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कच्छ के कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए हैं। साथ ही उन्होंने किसानों से मुलाकात की। जिसमें से एक किसान ने कहा कि हमारी मुलाकात गुरुद्वारे के मसले पर हुई और किसी भी किसान ने कृषि बिल को लेकर कोई भी जिक्र नही किया है।
पीएम मोदी ने कच्छ की स्थानीय भाषा में संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि, आज सरदार पटेल का सपना पूरा हो रहा है।अब कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड एनर्जी पार्क बन रहा है, जितना बड़ा सिंगापुर और बहरीन हैं, उतना बड़ा ये पार्क है।
- समय और आवश्यकता के साथ बदलना कच्छ और गुजरात की ताकत है। किसान, पशु होर्डर्स और मछुआरे आज बेहतर हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि कृषि को तकनीक से जोड़ा गया है।
- जल जीवन मिशन के तहत 1.25 वर्षों में, 3 करोड़ परिवार पानी के कनेक्शन से जुड़े। गुजरात में भी, 80% से अधिक घरों में साफ पानी की सुविधा है।
- ये परियोजना किसानों और उद्योग दोनों के लिए मददगार रहेगी, साथ ही हमारे पर्यावरण से प्रदूषण को कम करने मे भी कारगर साबित होगी। इस पार्क में उत्पादित होने वाली बिजली, 5 करोड़ टन CO2 के उत्सर्जन को रोकने में मदद करेगी।
- एक समय था जब गुजरात के लोगों की मांग थी कि कम से कम रात में खाना खाते समय तो बिजली मिल जाए। आज गुजरात देश के उन राज्यों में से है, जहां शहर हो या गांव, 24 घंटे बिजली सुनिश्चित की जाती है।
- एक समय कहा जाता था कि कच्छ इतनी दूर है, विकास का नामोनिशान नहीं है। कनेक्टिविटी नहीं है। चुनौती का एक प्रकार से ये दूसरा नाम था। आज स्थिति ऐसी है कि लोग सिफारिश करते हैं कुछ वक्त कच्छ में काम करने के लिए।
- भूकंप ने भले कच्छ के लोगों के घर गिरा दिए थे, लेकिन इतना बड़ा भूकंप भी यहां के लोगों के मनोबल को नहीं तोड़ पाया। कच्छ के लोग फिर खड़े हुए, आज देखिए कि इस क्षेत्र को उन्होंने कहां से कहां पहुंचा दिया है। आज कच्छ की पहचान बदल गई है।
- पीएम ने कहा, आज गुजरात और देश के महान सपूत सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि भी है। केवड़िया में उनकी दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा हमें दिन रात एकजुट होकर देश के लिए काम करने की प्रेरणा देती है।
- आज कच्छ में भी नई ऊर्जा का संचार हो रहा है। सोचिए,जितना बड़ा सिंगापुर व बेहरीन देश है, उतना बड़ा कच्छ में हाईब्रिट रिन्यूएबल पार्क होने वाला है।
- सशक्त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन। उनके दिखाए मार्ग हमें देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए सदा प्रेरित करते रहेंगे।
डेरी प्लांट का शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी किसान विकास योजना के अंतर्गत कच्छ जिला सहकारी दूध उत्पादन संघ लिमिटेड द्वारा 129 करोड़ से भी ज्यादा लागत में तैयार डेरी प्लांट का शिलान्यास किया।
खावड़ा में Renewable Energy पार्क हो,
— PMO India (@PMOIndia) December 15, 2020
मांडवी में Desalination plant हो,
और अंजार में सरहद डेहरी के नए ऑटोमैटिक प्लांट का शिलान्यास,
तीनों ही कच्छ की विकास यात्रा में नए आयाम लिखने वाले हैं: PM @narendramodi
बता दें कि कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर और देश के कुछ अन्य हिस्सों में पिछले 19 दिनों से आंदोलन जारी है। जिसमें ज्यादातर पंजाब-हरियाणा के सिख-पंजाबी किसान शामिल है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के जरिए पीएम मोदी एक संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं।
Created On :   15 Dec 2020 10:24 AM IST