EVM हैकिंग के दावों को जेटली ने बताया बकवास, कांग्रेस ने कहा- जांच करे चुनाव आयोग
- लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम हैकिंग के दावों ने एक बार फिर राजनीतिक घमासान छेड़ दिया है।
- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारतीय मूल के अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट के हैकिंग के दावों को बकवास करार दिया है।
- सोमवोर को लंदन में आयोजित ईवीएम हैकथॉन कार्यक्रम में हैकर ने सनसनीखेज दावे किए थे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम हैकिंग के दावों ने एक बार फिर राजनीतिक घमासान छेड़ दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारतीय मूल के अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट के उन दावों को बकवास करार दिया है जिसमें कहा गया है कि 2014 में ईवीएम में गड़बड़ी की गई थी। बता दें कि सोमवार को लंदन में आयोजित ईवीएम हैकथॉन कार्यक्रम में भारतीय मूल के एक अमेरिकी हैकर ने सनसनीखेज दावे किए थे।
इन दावों के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर लिखा, "क्या चुनाव आयोग और चुनाव कराने की प्रक्रिया में लगे लाखों लोग इस गड़बड़ी में शामिल थे? और यूपीए के कार्यकाल में हुए चुनावों में बीजेपी को जीत मिली। यह पूरी तरह बकवास है।"
बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आने वाले चुनाव में हार को देखते हुए कांग्रेस हैकिंग हॉरर शो बना रही है। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल को राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने वहां भेजा था। सिब्बल का वहां मौजूद होना कोई इत्तेफाक नहीं है। उन्होंने कहा, "जिन लोगों को भी देश और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदनाम करने की सुपारी दी गई है, उस सुपारी को यहां से लेकर कोई डाकिया तो जाना चाहिए ना। तो वो डाकिया भेजा गया है।"
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इस समय दुनिया में कुछ देश ही हैं जहां EVM का इस्तेमाल किया जाता है। जो देश इसका प्रयोग करते थे, उन्होंने भी इसे अब बन्द कर दिया है। सिंघवी ने हैकर के दावे को गंभीर बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए। सिंघवी ने कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए। हालांकि अभी लोकसभा चुनाव नजदीक है और इतने जल्दी इस व्यवस्था को बदला नहीं जा सकता। इसीलिए EVM को फुलप्रुफ बनाया जाना चाहिए।
ईवीएम छेड़छाड़ के इन दावों का जवाब देते हुए इलेक्शन कमीशन ने कहा कि मशीनें फुल प्रूफ हैं। भारत में इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम भारत इलेक्ट्रॉनिक ऐंड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा बेहद कड़े सुपरविजन में बनाई जाती हैं। 2010 में गठित तकनीकी विशेषज्ञों की एक कमिटी की देखरेख में यह पूरा काम होता है। आयोग वर्तमान में विश्लेषण कर रहा है कि लंदन में हुई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के संबंध में क्या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा है कि लंदन में हैकथॉन आयोजित करवाकर आयोग की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है। आयोग ने फिर से दोहराया कि भारतीय ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है।
Created On :   21 Jan 2019 11:18 PM IST