अगर आप भी चला रहे हैं इलेक्ट्रिक व्हीकल तो भूल से भी न करें ऐसी गलतियां, इन सावधानियों को रख आप टाल सकते हैं अनहोनी, हाल ही में बैटरी फटने से हो चुका है बड़ा हादसा

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अगर आप भी चला रहे हैं इलेक्ट्रिक व्हीकल तो भूल से भी न करें ऐसी गलतियां, इन सावधानियों को रख आप टाल सकते हैं अनहोनी, हाल ही में बैटरी फटने से हो चुका है बड़ा हादसा
क्यों जली बिजली से चलने वाली गाड़ी? अगर आप भी चला रहे हैं इलेक्ट्रिक व्हीकल तो भूल से भी न करें ऐसी गलतियां, इन सावधानियों को रख आप टाल सकते हैं अनहोनी, हाल ही में बैटरी फटने से हो चुका है बड़ा हादसा
हाईलाइट
  • बैटरी की खराब क्वालिटी इन घटनाओं की मुख्य जिम्मेदार हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बीच इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन तेजी से बढ़ा है। लेकिन हालिया समय में इन किफायती वाहनों में आग लगने की घटनाओं की वजह से लोगों में मन में इनकी सुऱक्षा को लेकर डर बैठ गया है, खासकर टू-व्हीलर वाहनों को लेकर। जिसके चलते इन वाहनों की खरीददारी पर भी बुरा असर पड़ा है। ताजा घटना तेलंगाना के सिकंदराबाद की है जहां सोमवार को देर रात एक इलेक्ट्रिक वाहनों के शोरुम में आग लग गई। आग लगने की यह भयावह घटना इलेक्ट्रिक बाइक को चार्ज करने के दौरान घटी। इस घटना में 8 लोगों की जानें चली गईं। बता दें कि इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने से होने वाली यह अब तक की सबसे बड़ी घटना है।

गौरतलब है कि इस घटना के जैसे ही पहले भी अधिकांश घटनाएं उसी समय पर घटित हुईं हैं जब इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग पर लगे थे। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक सड़क व परिवहन मंत्रालय भी इस घटना की जांच कराने के बारे में विचार कर रहा है। इससे पहले भी सरकार द्वारा वाहनों में आग लगने की इन घटनाओं की वजह जानने की कोशिश की थी। जिसके अंतर्गत सरकार ने डीआरडीओ को इसकी जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। डीआरडीओ की एक लैब में हुई जांच में यह सामने आया था कि बैटरी की खराब क्वालिटी इन घटनाओं की मुख्य जिम्मेदार हैं। इस जांच के बाद सरकार ने कई इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों के साथ मीटिंग की थी। इस मीटिंग में सरकार द्वारा सभी कंपनियों को वाहन की सुरक्षा पर ध्यान देने को कहा था। इस मामले में सरकार के हस्तक्षेप के बाद आने वाले 1 अक्टूबर से सभी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियां अपने वाहनों में सेफ्टी प्लग देंगी।

लेकिन वर्तमान में हमारे देश में ऐसे लाखों लोग हैं जो इलेक्ट्रिक वाहनों का यूज करते हैं। जिनके वाहनों में सेफ्टी प्लग नहीं हैं। ऐसे में अगर उनके द्वारा कुछ सावधानियां और उपाय अपनाएं जाएं तो ऐसे हादसों से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं वो उपाए और सावधानियां जिनसे इन घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है.. 

जरुरत से ज्यादा चार्जिंग न करें

लोग अपने इलेक्ट्रिक वाहन को रात में चार्जिंग पर लगाकर छोड़ देते हैं। ओवर चार्जिंग होने के कारण बैटरी गर्म हो जाती है जिस वजह से उसके फटने का खतरा बढ़ जाता है। बैटरी के फटने से वाहन में आग लगने की संभावना भी बढ़ जाती है। इस खतरे को ध्यान में रखते हुए इस बात का ध्यान रखें कि अपने इलेक्ट्रिक वाहन को जरुरत से ज्यादा चार्ज न होने दें। जैसे ही बैटरी फुल चार्ज हो चार्जिंग बंद दें। इसके साथ ही फास्ट चार्जिंग की अपेक्षा स्लो चार्जिंग को अधिक प्रथामिकता दें क्योंकि इससे बैटरी की उम्र बढ़ती है।

धूप और आग के सीधे संपर्क से बचाएं

बीते दिनों इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं में देखा गया है कि यह घटनाएं गर्मी के मौसम में अधिक हुई हैं। मतलब तापमान के बढ़ने से आग लगने की घटनाओं में भी बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में आप अपने इलेक्ट्रिक वाहन को धूप में खड़ा न करें और न ही उसे आग के करीब लाएं। ऐसा करने पर आपके वाहनों की बैटरी फटने का खतरा बना रहेगा। 

समय-समय पर हो क्वालिटी चैक और सर्विसिंग

समय के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहनों की क्षमता भी प्रभावित होती है। ऐसे में अगर आपके वाहन को 6 महीने से ज्यादा का समय हो गया है तो उसका क्वालिटी चैक आप समय-समय पर जरुर कराएं। साथ ही उसकी सर्विसिंग भी समय पर कराने का ध्यान रखें।

अच्छी क्वालिटी के प्लगों का करें इस्तेमाल

इलेक्ट्रिक वाहनों में चार्जिंग के लिए सामान्य नहीं बल्कि पॉवर प्लग का उपयोग किया जाता है। इनको इस्तेमाल करने का मुख्य कारण बिजली की ज्यादा खपत करना है। एसी, हीटर, गीजर और फ्रीज जैसे उपकरणों में भी यही प्लग उपयोग में लाए जाते हैं। इन उपकरणों के समान ही इलेक्ट्रिक वाहनों में भी ज्यादा बिजली की खपत होती है। ऐसे में कई बार इन वाहनों में चार्जिंग के लिए पॉवर की जगह सामान्य प्लग का यूज करना भी आग लगने की घटनाओं को जन्म देता है। 

 

Created On :   13 Sep 2022 11:16 AM GMT

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