फिलहाल अंतरिक्ष में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) मौजूद है जिसे पांच स्पेस एजेंसियों ने मिलकर बनाया है। इन स्पेस एजेंसियों में अमेरिका की NASA, यूरोप की ESA, जापान की JAXA, रूस की ROSKOSMOS, और कैनेडा की CSA है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी से लगभग 400 किलोमीटिर ऊपर है जहां तापमान +258 डिग्री फारेनाइट और -148 डिग्री फारेनाइट के बीच झूलता रहता है। ये अंतरिक्ष में मानव निर्मित सबसे बड़ी और चमकदार वस्तु है जिसे पृथ्वी से देखा जा सकता है।
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- India planning to have its own space station says ISRO chief
दैनिक भास्कर हिंदी: भारत भी लॉन्च करेगा अपना स्पेस स्टेशन, ISRO चीफ ने की घोषणा
हाईलाइट
- भारत अपने खुद के स्पेस स्टेशन को लॉन्च करने की योजना बना रहा है
- इसरो प्रमुख के सिवान ने गुरुवार को ये घोषणा की
- ये महत्वाकांक्षी परियोजना गगनयान मिशन का विस्तार होगा
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। भारत अपने खुद के स्पेस स्टेशन को लॉन्च करने की योजना बना रहा है। चंद्रयान -2 की लॉन्च की तारीख की घोषणा करने के एक दिन बाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख के सिवान ने गुरुवार को ये घोषणा की। ये महत्वाकांक्षी परियोजना गगनयान मिशन का विस्तार होगा। गगनयान मिशन के जरिए भारत 2022 में पहली बार अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट भेजेगा। सिवान ने बताया कि भारत सबसे पहले जिस मॉड्यूल को स्पेस में लॉन्च करेगा उसका वजन लगभग 20 टन होगा।
स्पेस डॉकिंग टेक्नोलॉजी के बिना स्पेस स्टेशन को कार्यात्मक नहीं बनाया जा सकता। इस तरह की टेक्नोलॉजी पर भारत कम से कम तीन वर्षों से काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। स्पेस डॉकिंग टेक्नोलॉजी के जरिए एस्ट्रोनॉट को एक अंतरिक्ष यान से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है। हालांकि भारत का तात्कालिक लक्ष्य स्पेस में पहले से मौजूद अंतरिक्ष यान की रिफ्यूलिंग और महत्वपूर्ण सिस्टमों को दूसरे यान के जरिए मौजूदा यान तक पहुंचाने में सक्षम बनना है।
स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट या SPADEX जैसा कि इसरो कहता है पहले ही कई प्रणालियों पर काम कर चुका है। जैसे सिग्नल विश्लेषण उपकरण, नेविगेशन के लिए हाई प्रिसिजन वीडियोमीटर और डॉकिंग सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक्स। ISRO ने कहा, SPADEX के हिस्से के रूप में, हम दो अंतरिक्ष यान (चेस एंड टारगेट) को डॉक करने के लिए आवश्यक तकनीकों का डेवलप और डेमोंस्ट्रेशन करेंगे। ISRO ने पहले ही कुछ जमीनी सिमुलेशन पूरे कर लिए हैं और अंतरिक्ष में इसका परीक्षण करने के लिए दो छोटे अंतरिक्ष यान लॉन्च करने का काम पाइपलाइन में है।
डॉकिंग को लेकर ISRO के पास कई सारी चुनौतियां है। डॉकिंग को ऑटोमेटिक होना चाहिए और इसके बाद इसके कई कार्य रोबोट को करने होंगे। दोनों स्पेसक्राफ्ट की गति को मैनेज करने की भी चुनौती है जब वे एक-दूसरे के पास होंगे। इसके बाद नए स्पेसक्राफ्ट को इस तरह से डॉक करना होगा कि वे दुर्घटनाग्रस्त न हो या एक-दूसरे से टकराए नहीं।


इसे वर्ष 1998 में लॉन्च किया गया था और 2000 के बाद से इसमें अंतरिक्ष यात्री भी रह रहे हैं और एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं। ISS का आकार फुटबॉल मैदान के बराबर है। 28000 किलोमीटिर प्रतिघंटे की रफ्तार से यह पृथ्वी के चक्कर लगाता है। स्पेस स्टेशन में आई किसी भी तरह के खराबी या मेंटेनेंस के लिए एस्ट्रोनॉट को इसी रफ्तार पर बाहर निकलकर इसे ठीक करना पड़ता है। ऑक्सीजन की पूर्ती के लिए इसमें सिस्टम लगे हैं जो ऑक्सीजन को बनाने कार्बन डाई ऑक्साइड को बाहर निकालने का काम करते हैं।

एस्ट्रोनॉट की जरुरतों और वहां लगे सिस्टम को लगातार चालू रखने के लिए जिन भी चीजों की जरुरत पड़ती है उसे कार्गोशिप के माध्यम से पृथ्वी से भेजा जाता है। ISS को कंट्रोल करने के लिए लगभग 52 कंप्यूटरों को उपयोग किया जाता है। खास बात यह है कि यहां पर हर 90 मिनट में दिन और रात होती है क्योंकि स्पेस स्टेशन 90 मिनट में पूरी पृथ्वी का चक्कर लगा लेता है।

ISS मिशन, जिन्हें अभियान कहा जाता है, आमतौर पर लगभग छह महीने तक चलते हैं। हर समय तीन से छह चालक दल बोर्ड पर होते हैं। इन्हें रूस के सोयूज स्पेसक्राफ्ट के जरिए ISS तक पहुंचाया और वापस पृथ्वी पर लाया जाता है। करीब-करीब 6 महीनों तक माइक्रो ग्रेवेटी इनवॉयरमेंट में रहने पर एस्ट्रोनॉट के शरीर पर काफी प्रभाव भी पड़ता है। ये एस्ट्रोनॉट ISS में मानव जाती की भलाई से जुड़े एक्सपेरिमेंट करते हैं।

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के अलावा चीन का भी एक स्पेस स्टेशन टिएनगॉन्ग-2 अंतरिक्ष में है। इससे पहले चीन का एक स्पेस स्टेशन टिएनगॉन्ग-1 मार्च 2016 में चीनी वैज्ञानिकों के कंट्रोल से बाहर हो गया था। पिछले साल 2018 यह पृथ्वी पर गिरकर नष्ट हो गया था।
क्लोजिंग बेल: गिरावट पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 100 अंक लुढ़का, निफ्टी भी फिसला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन (05 जुलाई 2022, मंगलवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 100.42 अंक यानी कि 0.19% नीचे 53,134.35 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 24.50 अंक यानी कि 0.15% की गिरावट के साथ 15,810.85 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी में 125 अंक की हानि रही एवं इसने 33815.90 पर सत्र की समाप्ति दी। रुपया ने कल के 78.95 के स्तर की तुलना आज डॉलर के मुकाबले नया नीचा स्तर 79.37 बनाया। इसने भी बाजार की भावना नकारात्मक करने में बड़ी भूमिका निभाई। क्षेत्र विशेष में आईटी, ऑटो तथा मीडिया में बिकवाली का दबाव दिखा जबकि एनर्जी, फार्म एवं मेटल में खरीदारी दिखी। निफ्टी के शेयरों में हिंडाल्को, अपोलो हॉस्पिटल, श्री सीमेंट, सन फार्म तथा पावर ग्रिड में सर्वाधिक बढ़त रही जबकि आईटीसी, एचडीएफसी लाइफ, विप्रो तथा ब्रिटानिया सबसे अधिक हानि में रहे।
तकनीकी आधार पर ,निफ्टी में राइजिंग वेज फार्मेशन की ऊपरी सीमा छू वहां से बिकवाली का दबाव देखा है जो दुर्बलता का संकेत है। इसके अतिरिक्त निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर बियरिश कैंडल बनाया है जो मंडी के रुख का संकेत है। निफ्टी ने 200 एचएमए पर दबाव देखा है एवं इसके नीचे बंदी दी है जो आनेवाले सत्र में दुर्बलता का ही संकेत है। निफ्टी का सपोर्ट 15650 है जबकि 16000 एक तात्कालिक अवरोध है। 16000 के ऊपर बंदी होने पर ही अच्छी तेजी का रुख बन सकता है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 33400 है जबकि 34500 अवरोध है।
वैश्विक बाजारों में दुर्बलता के कारण भी आज भारतीय बाजार में तेजी का रुख टिक नही पाया। कुल मिला कर बाजार नीचे का रुख दिखा सकते हैं,15650 टूटने पर अधिक बिकवाली दिख सकती है। 16000 एक बड़ा अवरोध है। वैश्विक बाजारों से सहयोग मिलने पर भारतीय बाजार वर्तमान स्तरों से अच्छी तेजी दिखा सकते हैं परन्तु ऊंचे क्रूड मूल्य तथा बढ़ती ब्याज दरों के कारण बड़ी उछालों पर बेचना ही श्रेयष्कर है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
AISECT: सेक्ट कॉलेज बी.एड. उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन बी.एड. के नियमित सत्र 2022-24 के विद्यार्थियों के लिए स्वागत सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजन से हुई। इसके पश्चात विद्यार्थियों को कॉलेज के नियमों की जानकारी दी गई और पिछली उपलब्धियों को विद्याथियों के समक्ष बतलाया गया। साथ ही स्कोप परिसर में होने वाले दूसरे पाठ्यक्रमों की जानकारी भी दी।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. नीलम सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी भविष्य में शिक्षक बनने वाले हैं और एक शिक्षक को समय की पाबंदी और अनुशासन का हमेशा ध्यान रखना चाहिए और अपनी आंतरिक क्षमताओं का विकास करते हुए सार्थक जीवन की ओर अग्रसर होना चाहिए। इस अवसर पर बारी-बारी से सभी विद्याथियो ने आपना परिचय दिया और अपनी शैक्षिणक योग्यता और रूचियों के बारे में बतलाया। विद्याथियों को बी.एड. पाठ्क्रम के बारे मेचारों सेमेस्टरों में होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी गई।
सभी शिक्षकों ने विद्याथियों के समक्ष अपने-अपने विषय के पाठ्क्रम से अवगत कराया और सम्पूर्ण कोर्स की विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। कुछ विद्याथियों द्वारा मधुर गीतों की प्रस्तुति दी गई। अंत मे सभी विद्याथियों को पाठ्क्रम और वार्षिक योजना की प्रति उपलब्ध कराई गई।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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