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देश के लिए अच्छी खबर: 24 घंटे में मिले सिर्फ 16 हजार कोरोना मरीज, कम होता जा रहा है असर
हाईलाइट
- भारत में कम होता जा रहा है कोरोना का असर
- 24 घंटे में मिले सिर्फ 16 हजार कोरोना केस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 16,432 मामले दर्ज किए गए, जो कि पिछले 6 महीनों में दर्ज किए गए दैनिक मामलों से सिर्फ 500 कम है। इतने कम मामले ऐसे समय में आए हैं जब केंद्र सरकार ने कहा कि यूनाइटेड किंगडम (यूके) से भारत आने वाले 6 यात्रियों में कोरोनावायरस के नए वैरिएंट का जीनोम मिला है। इसने सरकार की चिता बढ़ा दी है।
नए मामलों के साथ देश में अब कोविड-19 के कुल मामले 1,02,24,303 हो गए। इसी दौरान देश में वायरस से 252 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद कुल मौतों की संख्या 1,48,153 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को ये जानकारी दी। 23 जून को भारत में कोरोनावायरस के 15,968 और एक दिन बाद 24 जून को 16,922 मामले दर्ज हुए थे।
पिछले 24 घंटों में देश में 24,900 मरीज इस बीमारी से ठीक हुए, जिसके बाद ठीक होने वाले कुल मरीजों की संख्या 98,07,569 हो गई। देश में फिलहाल 2,68,581 मरीज सक्रिय रूप से संक्रमित हैं। रिकवरी रेट 95.83 फीसदी है, जबकि मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के मुताबिक, सोमवार को देश में 9,83,695 नमूनों की जांच की गई, जिसके बाद कुल नमूनों की जांच की संख्या 16,98,01,749 हो गई। 70 फीसदी से ज्यादा मामले 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सामने आ रहे हैं, जिनमें केरल, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, दिल्ली, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, गुजरात शामिल है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े
. No. | Name of State / UT | Active Cases* | Cured/Discharged/Migrated* | Deaths** | |||
---|---|---|---|---|---|---|---|
Total | Change since yesterday | Cumulative | Change since yesterday | Cumulative | Change since yesterday | ||
1 | Andaman and Nicobar Islands | 64 | 4803 | 5 | 62 | ||
2 | Andhra Pradesh | 3423 | 202 | 870752 | 410 | 7098 | 4 |
3 | Arunachal Pradesh | 119 | 11 | 16521 | 18 | 56 | |
4 | Assam | 3323 | 33 | 211636 | 90 | 1038 | 1 |
5 | Bihar | 4928 | 140 | 244076 | 615 | 1386 | 3 |
6 | Chandigarh | 379 | 18 | 18856 | 46 | 316 | 1 |
7 | Chhattisgarh | 12962 | 739 | 260056 | 1901 | 3319 | 26 |
8 | Dadra and Nagar Haveli and Daman and Diu | 9 | 3363 | 1 | 2 | ||
9 | Delhi | 6297 | 416 | 606644 | 959 | 10474 | 21 |
10 | Goa | 955 | 11 | 49083 | 91 | 734 | 3 |
11 | Gujarat | 10223 | 212 | 228144 | 1016 | 4288 | 6 |
12 | Haryana | 4040 | 228 | 254336 | 571 | 2882 | 8 |
13 | Himachal Pradesh | 3680 | 154 | 50079 | 394 | 921 | 2 |
14 | Jammu and Kashmir | 3157 | 127 | 115261 | 275 | 1875 | 8 |
15 | Jharkhand | 1582 | 3 | 111818 | 154 | 1020 | 1 |
16 | Karnataka | 12566 | 533 | 892273 | 1178 | 12070 | 8 |
17 | Kerala | 64205 | 1139 | 676368 | 4172 | 2990 | 14 |
18 | Ladakh | 197 | 11 | 9088 | 16 | 126 | |
19 | Madhya Pradesh | 9874 | 223 | 225782 | 1090 | 3572 | 9 |
20 | Maharashtra | 58294 | 2053 | 1814449 | 4501 | 49305 | 50 |
21 | Manipur | 1234 | 43 | 26478 | 74 | 348 | |
22 | Meghalaya | 199 | 27 | 13042 | 30 | 138 | |
23 | Mizoram | 114 | 13 | 4068 | 19 | 8 | |
24 | Nagaland | 243 | 8 | 11589 | 21 | 79 | 1 |
25 | Odisha | 2482 | 93 | 324392 | 324 | 1864 | 3 |
26 | Puducherry | 357 | 2 | 37040 | 35 | 631 | |
27 | Punjab | 4014 | 200 | 156342 | 450 | 5312 | 13 |
28 | Rajasthan | 10742 | 415 | 292739 | 1206 | 2677 | 7 |
29 | Sikkim | 531 | 16 | 5188 | 15 | 126 | 1 |
30 | Tamil Nadu | 8867 | 80 | 794228 | 1074 | 12080 | 11 |
31 | Telengana | 5999 | 232 | 277931 | 627 | 1535 | 2 |
32 | Tripura | 140 | 8 | 32721 | 10 | 385 | |
33 | Uttarakhand | 5511 | 114 | 82850 | 313 | 1489 | 6 |
34 | Uttar Pradesh | 14710 | 661 | 559888 | 1585 | 8322 | 16 |
35 | West Bengal | 13161 | 613 | 525685 | 1614 | 9625 | 27 |
Total# | 268581 | 8720 | 9807569 | 24900 | 148153 | 252 | |
*(Including foreign Nationals) | |||||||
**( more than 70% cases due to comorbidities ) | |||||||
#States wise distribution is subject to further verification and reconciliation | |||||||
#Our figures are being reconciled with ICMR |
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।