हाईलाइट
  • घुसपैठ का पता लगाने पाकिस्तान पहुंचे भारतीय सैनिक
  • सुरंग के रास्ते 200 मीटर अंदर तक चले गए थे भारतीय सैनिक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय सीमा में घुसपैठ के लिए इस्तेमाल की गई सुरंग का पता लगाने के लिए भारतीय जवान पाकिस्तान की तरफ करीब 200 मीटर अंदर तक चले गए थे, जहां से इस सुरंग की शुरुआती होती है। शीर्ष सरकारी अधिकारी ने मंगलवार राइजिंग डे के दौरान इस बात की जानकारी दी। बता दें कि इस सुरंग के रास्ते जैश के आतंकी भारत में दाखिल हुए थे और 26/11 की बरसी पर बड़ा आतंकी हमला करना चाहते थे। हालांकि नगरोटा के पास इन चारों आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था।

मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के मोबाइल फोन के विश्लेषण के आधार पर, सीमा सुरक्षा बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान में घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किए गए टनल का पता लगाया था। बीएसएफ जम्मू के फ्रंटियर इंस्पेक्टर जनरल एनएस जामवाल ने कहा कि ऐसा लगता है कि नगरोटा एनकाउंटर में शामिल आतंकवादियों ने 150 मीटर लंबी सुरंग का इस्तेमाल किया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि उनके पास एक गाइड था, जो उन्हें नेशनल हाइवे तक ले गया था। यह एक ताजा खोदी गई सुरंग थी। इसे देखकर लग रहा है कि यह पहली बार इस्तेमाल की गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि सुरंग बनाने में उचित इंजीनियरिंग क इस्तेमाल किया गया था।

बता दें कि नगरोटा के पास जम्मू में  हुई मुठभेड़ में जैश के 4 आतंकी मारे गए थे। सुबह 5 बजे के आसपास आतंकियों को ले जा रहे ट्रक को जब रोका गया तो पूछताछ करने पर ड्राइवर अचकचा गया और कूदकर भागने लगा। पुलिस की टीम पर ट्रक के अंदर से गोली चली और फिर जवाबी कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादी मारे गए। उनके पास से 11 एके-47 राइफल और 3 पिस्तौल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। कुमार ने कहा, वे बड़ी योजना बना रहे थे। प्रत्येक आतंकवादी कम से कम 3 एके-47 राइफल ले जा रहा था। इस साजिश को नाकाम करने के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाई लेवल मीटिंग की थी। साजिश के बाद बताया गया था कि आतंकी 26/11 की बरसी पर बड़ा आतंकी हमला करना चाहते थे। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मीटिंग के बाद कहा, "हमारे सुरक्षा बलों ने एक बार फिर अत्यंत बहादुरी और पेशेवर तरीका प्रदर्शित किया। उनकी सतर्कता के कारण, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर के लोकतांत्रिक प्रयासों को खत्म करने के एक नापाक साजिश को हराया है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 4 आतंकवादियों का एनकाउंटर और उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों की मौजूदगी यह संकेत देती है कि साजिश को एक बार फिर विफल कर दिया गया है।"

Created On :   1 Dec 2020 2:48 PM GMT

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