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भारत के दक्षिणी हिस्से में आतंकी कर सकते हैं हमला, सेना को मिली लावारिस बोट

हाईलाइट
- भारत के दक्षिणी हिस्से में आतंकवादी, हमला करने की फिराक में हैं
- सेना को सर क्रीक क्षेत्र में लावारिस नावें मिली है
- इन नावों के आधार पर हमले की आशंका जताई जा रही है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के दक्षिणी हिस्से में आतंकवादी, हमला करने की फिराक में हैं। सेना को सर क्रीक क्षेत्र में लावारिस नावें मिली है जिनके आधार पर हमले की आशंका जताई जा रही है। इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी (जीओसी, दक्षिणी कमांड) ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए ये जानकारी दी।
सैनी ने कहा कि सेना को इनपुट मिले हैं कि भारत के दक्षिणी हिस्से में आतंकी हमला हो सकता है। कुछ खाली छोड़ी गई नावें सर क्रीक इलाके से बरामद की गई हैं। उन्होंने कहा कि हम हर आतंकी साजिश को पहले ही नाकाम कर देने की कोशिश कर रहे हैं। संदिग्ध आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
Lt Gen S K Saini, GOC-in-C, Army Southern Command: We've inputs that there may be a terrorist attack in southern part of India. Some abandoned boats have been recovered from Sir Creek. We're taking precautions to ensure that designs of inimical elements & terrorists are stalled. pic.twitter.com/p2gs24pAN8
— ANI (@ANI) September 9, 2019
बता दें कि कुछ दिन पहले पाकिस्तान ने गुजरात के सरक्रीक इलाके में अपने एसएसजी कमांडो भी तैनात किए थे। पाकिस्तान ने इकबाल-बाजवा पोस्ट पर अपने कमांडोज को तैनात किया था। जम्मू और कश्मीर की तरह ही भारत और पाकिस्तान के बीच सरक्रीक विवाद लंबे समय से रहा है। 1960 के दशक में शुरू हुआ सरक्रीक विवाद 60 किलोमीटर लंबी दलदली जमीन से जुड़ा है जो गुजरात और पाकिस्तान के सिंध राज्य के बीच है।
पिछले महीने पूरे तमिलनाडु में भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया था। ऐसा लश्कर-ए-तैयबा के कुछ सदस्यों के श्रीलंका से समुद्र के रास्ते राज्य में प्रवेश कर जाने की जानकारी के बाद किया गया था। पुलिस ने बताया था, 'ऐसा शक जताया जा रहा है कि आतंकी संगठन के छह सदस्य श्रीलंका (Sri Lanka) से समुद्र के रास्ते राज्य में प्रवेश कर गए हैं और कोयंबटूर सहित अलग-अलग शहरों में चले गए हैं।'
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।