आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के घर में घुसकर दी धमकी, नौकरी छोड़ दो वरना जान से मार देंगे

आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के घर में घुसकर दी धमकी, नौकरी छोड़ दो वरना जान से मार देंगे
हाईलाइट
  • जम्मू में पुलिसकर्मियों को आतंकवादियों ने दी धमकी।
  • पहले भी धमकी देने के बाद आतंकियों ने पुलिसकर्मियों की हत्या की थी।
  • पुलिस की नौकरी छोड़ दो
  • वरना जान से मार दिए जाओगे।


डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में स्पेशल ऑफिस ऑफिसर को अगवा कर हत्या के बाद से आतंकियों के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं। बीते दिनों पुलवामा में आतंकियों ने स्पेशल पुलिस ऑफिसर को अगवा कर उसे पुलिस की नौकरी छोड़ने के लिए कहा था और ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। सोमवार को भी आतंकियों ने तीन पुलिस वालों के घर में घुसकर उन पर हमला करने की कोशिश की। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकी पुलिसकर्मियों के घर में घुस आए और उन पर हमला करते हुए नौकरी छोड़ने की धमकी दी। आतंकियों ने कहा कि पुलिस की नौकरी छोड़ दो वरना जान से मार दिए जाओगे।

बीते तीन दिनों में यह तीसरा मौका है, जब आतंकियों ने सूबे की पुलिस समेत सुरक्षा बलों के जवानों पर हमला किया। शनिवार को ही आतंकियों ने पुलवामा के त्राल इलाके से स्पेशल पुलिस ऑफिसर मुदासिर अहमद लोन को अगवा कर लिया था और उनकी पिटाई की थी। आतंकियों ने लोन को भी पुलिस की नौकरी छोड़ने की धमकी देकर छोड़ा था। लोन जम्मू-कश्मीर पुलिस में कुक के तौर पर काम करते थे। रविवार को आतंकियों ने पुलवामा जिले के नैरा में सीआरपीएफ जवान नसीर अहमद की घर पर हत्या कर दी थी। घाटी में पुलिसकर्मियों के अपहरण और हत्या की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है, जबकि हथियारों को छीनना आम हो चला है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस साल के शुरुआती 6 महीनों में 39 सुरक्षाकर्मी, 17 सैनिक, 20 पुलिसकर्मी और दो सीआरपीएफ जवानों की हत्याएं हो चुकी हैं।

गौरतलब है कि तीन आतंकवादी शुक्रवार शाम को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल इलाके के चंकतर गांव में एक घर में घुस गए और एसपीओ मुदसिर अहमद लोन को अगवा कर लिया था। मुदसिर अहमद लोन की तैनाती अवंतिपुरा के राशिपुरा में थी। मुदसिर के अपहरण के बाद उनकी मां ने एक वीडियो भी जारी किया था। इसमें वे भावुक होकर आतंकियों से अपने बेटे की जान बचाने की गुहार लगा रही थीं। आतंकियों ने अहमद लोन को अगवा करने के बाद धमकी देकर छोड़ दिया था। जिसके दो दिन बाद ही उसकी हत्या कर दी गई। जम्मू-कश्मीर में अब तक पांच जवानों को आतंकवादी अगवा कर हत्या कर चुके हैं। हाल ही में कुलगाम से एक पुलिसकर्मी सलीम शाह को अगवा कर लिया गया था बाद में उनकी हत्या कर दी गई। इससे पहले 14 जून को आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब की अपहरण कर हत्या कर दी थी। उनका शव पुलवामा के गुस्सु गांव में मिला था। औरंगजेब जम्मू-कश्मीर की लाइट इन्फेंट्री का हिस्सा थे, जो 44 राष्ट्रीय रायफल्स के साथ काम कर रही थी। औरंगजेब शोपियां में 44 RR की कोर टीम का हिस्सा थे। वे उस टीम का भी हिस्सा थे जिसने जैश के सरगना मसूद अजहर के भतीजे को मारा था। 

Created On :   1 Aug 2018 7:59 AM IST

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