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J&K: 6 साल बाद गुरेज सेक्टर में घुसपैठ, 2 आतंकी ढेर
हाईलाइट
- 6 सालों से शांत गुरेज सेक्टर में आतंकियों घुसपैठ की
- सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया
- अगस्त 2013 में चलाया गया था अंतिम आतंकवाद निरोधक अभियान
डिजिटल डेस्क श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद से ही पाकिस्तान और पाकिस्तानी आतंकी संगठन बौखलाए हुए हैं। 6 सालों से शांत सिंध घाटी के गुरेज सेक्टर में जैश आतंकियों ने एक बार फिर घुसपैठ की। भारतीय सेना ने बताया कि आतंकवादियों ने 27 सितंबर और 3 अक्टूबर को गुरेज सेक्टर में इस साजिश को अंजाम दिया और इसी बीच उन्होंने दो आतंकियों को मार गिराया। सेना ने कहा कि LoC के हर तरफ से आतंकवादियों की घुसपैठ कराकर पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को गति दे रहा है। इससे पहले गुरेज सेक्टर में आतंकियों ने साल 2013 में घुसपैठ की थी।
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी घुसपैठ कराकर एक बार फिर अपने नापाक इरादों को साफ को किया है। साल 2013 से आतंकमुक्त वातावरण में रहने वाले गुरेज सेक्टर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 27 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच घुसपैठ की थी, जिसमें 2 आतंकियों को ढेर कर दिया गया। भारतीय सेना के मुताबिक गुरेज सेक्टर पिछले 6 सालों से शांत था और अगस्त 2013 में ही वहां अंतिम आतंकवाद निरोधक अभियान भी चलाया गया था। सेना ने बताया कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को बढ़ा रहा है जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं। वहीं गुप्त सूत्रों ने भी आतंकियों द्वारा हमले की साजिश रचने की खबर दी है।
इमरान खान ने घुसपैठिये आतंकियों को बताया था कश्मीरियों का मददगार
बता दें कि पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को कश्मीर में घुसपैठ करने की कोशिश करने वाले आतंकियों की पैरवी की थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि 'मैं आजाद जम्मू कश्मीर (दरअसल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर/POK) के कश्मीरियों का दर्द समझता हूं कि वो भारत अधिकृत कश्मीर/IOK (भारतीय कश्मीर) में अपने साथी कश्मीरियों को 2 महीने से ज्यादा वक्त से अमानवीय कर्फ्यू में देख रहे हैं। लेकिन कोई लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पार करके उनकी मानवीय सहायता या मदद करने के लिए जाता है तो भारत इसे पाकिस्तान प्रायोजित "इस्लामिक आतंकवाद" का नाम देता है।'
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।