सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले- एमपी में CM के लिए दो विकल्प, एक शिवराज दूसरा मैं

हाईलाइट
- सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनता के बीच खुद को बताया सीएम पद का उम्मीदवार
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर साधा निशाना, कहा- आपके पास दो विकल्प शिवराज और 'मैं '
- शायराना अंदाज मे बोले सिंधिया-“कैसे मंजर सामने आने लगे हैं. गाते गाते लोग चिल्लाने लगे हैं। अब तो इस तालाब का पानी बदल दो, ये ‘कमल’ के फूल कुम्हलाने लगे हैं.”
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 को लेकर भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस आमने-सामने है। कांग्रेस सत्ता में काबिज होने के लिए इस बार हर तरह का प्रयास कर रही है, लेकिन मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर अभी भी कांग्रेस में संशय बनाया हुआ है। इसी बीच कांग्रेस चुनाव प्रचार अभियान सीमित के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बताया है। डिंडौरी में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान सिंधिया ने जनता से कहा, ''आपके पास मुख्यमंत्री पद के लिए दो विकल्प, एक घोषणावीर शिवराज सिंह चौहान और दूसरा मैं।''
उन्होंने डिंडौरी में जनसभा के दौरान शायराना अंदाज में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर निशाना साधा और कहा, “कैसे मंजर सामने आने लगे हैं. गाते गाते लोग चिल्लाने लगे हैं। अब तो इस तालाब का पानी बदल दो, ये ‘कमल’ के फूल कुम्हलाने लगे हैं.” उन्होंने कहा कि नवंबर के महीने में होने वाला चुनाव कांग्रेस और बीजेपी के बीच का नहीं है। बल्कि आपके भविष्य के नव निर्माण का चुनाव है। पिछले कुछ समय से सिंधिया चुनाव को लेकर प्रदेश में सक्रिय नजर आ रहे।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने किसी भी चेहरे पर चुनाव लड़ने से इंकार कर किया है। पार्टी की ओर से पहले ही कहा जा चुका है कि कांग्रेस में चेहरे पर चुनाव लड़ने की पंरपरा नहीं रही है। इसके साथ यह भी कहा जाता है कि कांग्रेस बगावत से बचने के लिए आधिकारिक तौर पर चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने से बचती रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस लंबे समय से गुटबाजी की शिकार रही है। एक गुट ज्योतिरादित्य सिंधिया का है, दूसरा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का जबकि तीसरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का। हालांकि पार्टी का दावा है कि चुनाव एकजुट होकर लड़ा जाएगा और बीजेपी को बड़े अंतरों से मात दी जाएगी। मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा पर पार्टी का कहना है कि कांग्रेस का पहला मकसद बीजेपी को हराना है।
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