सुप्रीम कोर्ट पहुंची केरल सरकार, तमिलनाडु को ठहराया बाढ़ के लिए जिम्मेदार
- इस तबाही के लिए केरल सरकार ने तमिलनाडु को भी जिम्मेदार ठहराया है।
- केरल में भारी बारिश और बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है। 350 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
- तमिलनाडु की ओर से मुल्लापेरियार बांध से अचानक पानी छोड़ा जाना राज्य में बाढ़ आने का एक प्रमुख कारण बना।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल में भारी बारिश और बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है। 375 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं। इस तबाही के लिए केरल सरकार ने तमिलनाडु को भी जिम्मेदार ठहराया है। केरल सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में इस सम्बंध में एक केस फाइल किया है। केरल सरकार ने कहा है कि तमिलनाडु की ओर से मुल्लापेरियार बांध से अचानक पानी छोड़ा जाना राज्य में बाढ़ आने का एक प्रमुख कारण बना। बता दें कि केरल की कुल 3.48 करोड़ की आबादी में से 54 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
Kerala Government filed a case in the Supreme Court today against Tamil Nadu for ignoring it"s request to control water flow during the floods. #KeralaFloods pic.twitter.com/phqCfg4VrO
— ANI (@ANI) August 23, 2018
केरल सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में कहा गया है कि तमिलनाडु सरकार से अनुरोध किया गया कि 139 फीट तक धीरे-धीरे पानी छोड़ा जाए, लेकिन अनुरोध के बावजूद तमिलनाडु सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला। जिसके बाद अचानक मुल्लापेरियार बांध से पानी छोड़ दिया गया, इस कारण इडुक्की जलाशय का जल स्तर बढ़ गया और उन्हें मजबूरी में ज्यादा पानी छोड़ना पड़ा। जो इस बाढ़ का प्रमुख कारण है। राज्य सरकार ने कहा है कि ऐसी स्थिति दोबारा न बने इसके लिए निगरानी समिति की कमान केन्द्रीय जल आयोग के अध्यक्ष को सौंपी जाये और दोनों राज्यों के सचिवों को इसका सदस्य बनाया जाये।
उधर केरल में बारिश और बाढ़ से मची भीषण तबाही के बाद विदेशों से आ रही मदद को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बीच गुरुवार को केंद्र सरकार ने कहा कि बाढ़ प्रभावित राज्य को दो दिन पहले जो 600 करोड़ रुपए जारी किए गए थे, वो केवल अग्रिम सहायता थी और जब अंतर-मंत्रालयीन टीम राज्य में नुकसान के आकलन के लिए आएगी तो उसके बाद अतिरिक्त फंड दिया जाएगा।
Created On :   24 Aug 2018 12:17 AM IST