कश्मीर में टार्गेट किलिंग करने वाला लश्कर का सदस्य अरबाज अहमद मीर आतंकी घोषित, कुलगाम की महिला टीचर की हत्या में था शामिल

Lashkar member Arbaz Ahmed Mir declared target killing in Kashmir, was involved in the murder of Kulgams female teacher
कश्मीर में टार्गेट किलिंग करने वाला लश्कर का सदस्य अरबाज अहमद मीर आतंकी घोषित, कुलगाम की महिला टीचर की हत्या में था शामिल
आतंकवाद पर सख्त सरकार कश्मीर में टार्गेट किलिंग करने वाला लश्कर का सदस्य अरबाज अहमद मीर आतंकी घोषित, कुलगाम की महिला टीचर की हत्या में था शामिल
हाईलाइट
  • जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट पर भी बैन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कश्मीर के राजौरी में हुए हमले के बाद केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सरकार ने कश्मीर घाटी में टार्गेट किलिंग की साजिश रचने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य अरबाज अहमद मीर को आंतकवादी घोषित किया है। आतंकी मीर पिछले साल कुलगाम के स्कूल में महिला टीचर की हत्या में शामिल था। इसके अलावा उस पर घाटी में और भी टार्गेट किलिंग की साजिश रचने का आरोप है। 

गृह मंत्रालय ने लश्कर-ए-तैयबा मीर को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम 1967 के तहत आतंकी घोषित किया गया है। देर रात जारी अधिसूचना में मंत्रालय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर से संबंध रखने वाला मीर फिलहाल पाकिस्तान में है और सीमा पार से लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है। अधिसूचना में कहा गया है कि मीर टारगेट किलिंग में शामिल है और कुलगाम में एक शिक्षिका रजनी बाला की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में शामिल था। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के गुफबल गांव के रहने वाला मीर कश्मीर घाटी में आतंकवाद को फैलाने में शामिल है और सीमा पार से अवैध हथियार या गोला-बारूद या विस्फोटक ले जाकर आतंकवादियों का समर्थन करता है।

बता दें कि पिछले साल 31 मई को कुलगाम जिले के गोपालपुरा के सरकारी स्कूल में आतंकियों ने महिला टीचर रजनी बाला को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता अहमद मीर था।  36 वर्षीय रजनी बाला पर आतंकवादियों ने गोलियां चलाई, जिससे वह घायल हो गई थीं। जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने लश्कर के गुर्गे अरबाज अहमद मीर के अलावा जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट पर भी बैन लगा दिया है। सरकार इससे पहले आतंकी संगठन टीआरएफ और इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर के आतंकी एजाज अहमद अहंगर उर्फ अबू उस्मान पर भी बैन लगा चुकी है। अबू उस्मान घाटी में इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर यानी आईएसजेके के प्रमुख भर्ती करने वालों में से एक है। गृह मंत्रालय ने उसे एक अधिसूचना के जारी करके गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत आतंकवादी घोषित किया। सरकार के मुताबिक फिलहाल यह आतंकी अफगानिस्तान के काबुल में है। 
 

Created On :   7 Jan 2023 5:47 AM GMT

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