देशभर में वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी, कांग्रेस-CPM ने किया विरोध
- कार्रवाई के दौरान पुलिस ने अब तक पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
- पुणे पुलिस ने कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और माओवादी नेताओं के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है।
- भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में मंगलवार सुबह देश के विभिन्न शहरों में छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
डिजिटल डेस्क, पुणे। भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में मंगलवार सुबह देश के विभिन्न शहरों में पुणे पुलिस ने कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और माओवादी नेताओं के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने अब तक पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं में मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील सुधा भारद्वाज, सामाजिक कार्यकर्ता वेरनॉन गोंजाल्विस, प्रोफ़ेसर पी वरावरा राव, अरुण फरेरा और पत्रकार गौतम नवलखा शामिल हैं।
#BhimaKoregaon Varvara Rao, Arun Pereira, Gautam Navlakha, Varnan Gonsalves
— ANI (@ANI) 28 August 2018
Sudha Bhardwaj arrested till now following the raids that were conducted by Pune Police. All the accused have been booked under sections 153 A, 505(1) B,117,120 B,13,16,18,20,38,39,40 and UAPA: Sources
पुणे पुलिस ने यह छापेमारी महाराष्ट्र, गोवा, तेलंगाना, दिल्ली और झारखंड समेत अन्य कई जगह की है। बता दें कि सभी छापेमारी पुणे पुलिस ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त रूप से की है। हिरासत में लिए गए लोगों के संबंध में सवाल पूछने पर पुलिस ने बताया है कि जून 2018 में इस मामले से जुड़े 5 कार्यकर्ताओं से पूछताछ में इन लोगों के नाम सामने आए थे। बता दें कि पुलिस ने जून में जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनके नक्सलियों से नजदीकी रिश्ते होना साबित हुआ है।
Hyderabad: Hyderabad Police Task Force along with Pune Police conducts raids at three locations in connection with Bhima-Koregaon violence case pic.twitter.com/vRjmoeAwJN
— ANI (@ANI) 28 August 2018
जून में हुई थी इन पांच लोगों की गिरफ्तारी
भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुलिस ने जून महीने में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। ये पांच लोग मुंबई के दलित कार्यकर्ता सुधीर धवाले, कार्यकर्ता महेश राउत, वकील सुरेंद्र गाडलिंग, नागपुर से शोमा सेन और दिल्ली से रोना विल्सन को गिरफ्तार किया गया था। रोना विल्सन को दिल्ली के मुनीरका स्थित उनके फ्लैट से गिरफ्तार किया गया था।
Jharkhand: Police conducts raid at location in Ranchi, in connection with Bhima-Koregaon violence case pic.twitter.com/nSpl5VWheR
— ANI (@ANI) 28 August 2018
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार दिल्ली समेत देश के कई बड़े शहरों में सर्च अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि मुंबई में वरनेन गोंज़ाल्विस और अरुण पारेइरा, दिल्ली में मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकार गौतम नवलखा, सिविल राइट्स वकील सुधा भारद्वाज, हैदराबाद के कवि वरवर राव और रांची में स्टेन स्वामी के घर समेत अन्य ठिकानों पर तलाशी ली गई है।
इस छापेमारी और गिरफ्तारी के विरोध में CPI (M) नेता प्रकाश करात ने कहा है, "यह लोकतांत्रिक अधिकार पर बड़ा हमला है। हम मांग करते हैं कि गिरफ्तार किए गए लोगों को तुरंत छोड़ा जाए और उनके खिलाफ लगाए आरोपों को भी वापस लिया जाए।"
This is a brazen attack on democratic rights. We are demanding that all the cases against these people be withdrawn and they be released forthwith: CPI(M) leader Prakash Karat on raids and arrests across the country in connection with #BhimaKoregaon violence case pic.twitter.com/rocy4ldhfA
— ANI (@ANI) 28 August 2018
गिरफ्तार वकील सुधा भारद्वाज की बेटी मायशा ने कहा कि सुबह 10 लोगों की एक टीम हमारे घर पर आई थी। उनके पास सर्च वारंट नहीं था, मगर वो कोई दूसरे डॉक्यूमेंट्स लेकर आए थे। उन्होंने हमारे मोबाइल फोन और लेपटॉप चेक करते हुए सारे पासवर्ड भी लिए।
A team of 10 people came today morning, they didn"t have a search warrant but were carrying another document. They checked our mobile phones laptops and took all passwords: Maaysha, daughter of Sudha Bharadwaj (arrested in connection with #BhimaKoregaon violence) pic.twitter.com/FmkP6MuatV
— ANI (@ANI) 28 August 2018
बता दें कि इससे पहले की जांच में हिंदुत्ववादी संभाजी भिड़े और मिलिंद एकबोटे को इस हिंसा का मुख्य आरोपी बताया जा रहा था। इसके बाद जून में पुलिस ने दावा किया कि 1 जनवरी को हुई इस हिंसा के पीछे ‘नक्सल और उनसे हमदर्दी’ रखने वाले भी शामिल हैं। इसी पहलू के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई और इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
राजीव गांधी की तरह पीएम मोदी को मारने की साजिश
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में इसी साल एक जनवरी को भीमा कोरेगांव की 200वीं बरसी के मौक़े पर भीमा नदी के किनारे पर स्थित स्मारक के पास पत्थरबाज़ी और आगज़नी की घटनाएं हुई थी। मामले में पुलिस ने जून में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनका नक्सलियों से संबंध था। पुलिस का दावा था कि इन लोगों के पास से ऐसी चिट्ठी मिली थी, जिसमें ये लिखा था कि नक्सली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रच रहे थे। नक्सली पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह ही पीएम मोदी की हत्या करना चाहते थे।
Created On :   28 Aug 2018 11:53 AM GMT