TMC सांसद हुए साइबर ठगी के शिकार: सालों से बंद पड़े बैंक अकाउंट को फर्जी तरीके से कराया एक्टीव, 55 लाख रुपए से ज्यादा की ऐसी निकाली राशि

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। देश में साइबर धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ते हुए जा रहे हैं। इससे आमजन से लेकर जनप्रतिनिधि तक अछूते नहीं रहे हैं। हाल ही में तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता और लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी साइबर फ्रॉड के शिकार हुए हैं। उनके निष्क्रिय पड़े भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के खाते से 56 लाख से अधिक की राशि निकाली गई हैं। इस मामले की कोलकाता एसबीआई की हाईकोर्ट शाखा ने साइबर अपराध थाने में शिकायत दर्ज कराई हैं, जिसकी पड़ताल पुलिस ने शुरु कर दी है।
यह भी पढ़े -सफाई व्यवस्था व सिविल कार्यों को लेकर विशेष कार्याधिकारी का निरीक्षण, 25 लाख का लगा जुर्माना
साइबर अपराधियों ने ऐसी की धोखाधड़ी
बैंक ने अपनी शिकायत में बताया कि साइबर अपराधियों ने फर्जी तरीके से पैन और आधार कार्ड बनाया और उनपर कल्याण बनर्जी की तस्वीर लगाई। इन डॉक्यूमेंट की सहायता से अपराधियों ने बंद पड़े पुराने खाते की केवाईसी (KYC) अपडेट करवाई। इसके अलावा 28 अक्टूबर को खाते में नया नंबर मोबाइल नंबर भी दर्ज करवा दिया। इस वजह से खाते का पूरा नियंत्रण अपराधियों के पास चला गया। इसके बाद ठगों ने इंटरनेट बैंकिंग के जरिए करीब 56 लाख 39 हजार 767 रुपए निकल लिए।
पुलिस ने अपनी जांच में क्या पाया?
पुलिस अधिकारियों ने इस मामले की जांच शुरू की तो इस दौरान पाया कि खाते की रकम कई अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की गई। इसके अलावा, एटीएम (ATM) से निकाली और गहने खरीदे में भी इस्तेमाल की गई हैं। इसी तरह साइबर अपराधियों ने खाते से पूरे पैसे निकाल लिए।
कोलकाता पुलिस साइबर क्राइम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आगे भी इस मामले की गहन जांच की जा रही है। हम बैंक खाते की आंतरिक प्रक्रियाओं की पड़ताल कर रहे हैं। हम यह पता लगाने की कोशिश में लगे है कि अपराधि खाते तक कैसे पहुंचे हैं?
सांसद ने कब खुलवाया था यह खाता?
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, कल्याण बनर्जी का यह खाता पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा था। यह खाता उन्होंने तब खुलवाया था, जब वे साल 2001 में आनसोल (दक्षिण) सीट से विधायक चुने गए थे। और इसी खाते में साल 2001 से 2006 के बीच रहे विधायक के रुप में मिलने वाला वेतन आता था।
Created On :   7 Nov 2025 5:57 PM IST














