ग्रेजुएट होने के बाद भी नहीं मिल रही नौकरी, ये लिखकर छात्र ने फांसी लगाई
- उमेश आत्माराम इंडाईत ने गुरुवार दोपहर पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली।
- खुदकुशी करने से पहले उमेश ने एक सुसाइड नोट भी लिखा।
- मराठा आंदोलन में खुदकुशी करने वालों की संख्या अब 14 हो गई है।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आंदोलन में लोगों के खुदकुशी करने का सिलसिला जारी है। अब एक 21 साल के मराठा छात्र ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली है। छात्र की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मराठा आंदोलन में खुदकुशी करने वालों की संख्या अब 14 हो गई है। पुलिस के मुताबिक औरंगाबाद के चिकलथाना इलाके में रहने वाले 21 साल के उमेश आत्माराम इंडाईत ने गुरुवार दोपहर पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी करने से पहले उमेश ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है। नोट में उसने लिखा कि BSC करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही है, मैं मराठा हूं।
Maharashtra: A 21-year-old man allegedly committed suicide in Aurangabad"s Chilkalthana yesterday afternoon over the issue of #MarathaReservation. Police say "In his suicide note he has apologised to his parents, stating he did not get a job, even though he is a Maratha." pic.twitter.com/oaUONlxpS1
— ANI (@ANI) August 2, 2018
सड़कों पर पत्थरबाजी, पुतले फूंके
खुदकुशी करने से पहले लिखा गया उमेश का लेटर सोशल मीडिया पर आने के बाद औरंगाबाद में जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गए। सैकड़ों लोगों ने जालना रोड पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। विरोध कर रहे लोगों ने सरकार के पुतले फूंके और पत्थरबाजी की। आत्महत्या करने वाला उमेश इंडाईत मराठा आरक्षण के अधिकतर प्रदर्शन में शामिल रहता था। कुछ दिन पहले उसने दोस्तों से कहा था कि BSC कंप्लीट होने के बाद भी मुझे नौकरी नहीं मिल रही है। मराठा होने की वजह से कोई मुझे कोई नौकरी नहीं दे रहा है। जिन लोगों के मुझसे कम नंबर हैं, उनका भी सलेक्शन हो रहा है। अच्छे नंबरों के बाद भी मुझे नौकरी नहीं मिल रही है।
9 अगस्त को होगा बड़ा आंदोलन
मराठा समाज ने मराठवाड़ा के पर्ली में सरकार को 7 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। सरकार के ठोस निर्णय न लेने पर समाज के लोग 9 अगस्त को बड़ा आंदोलन करेंगे। गुरुवार को आंदोलनकारियों ने मुंबई के आजाद मैदान में जेल भरो प्रदर्शन किया था। आंदोलन के दौरान कई जगह पर हिंसा और आगजनी हुई थी। मराठा नेता प्रदर्शन करने वाले आंदोलनकारियों को रिहा करने की मांग कर रही है।
मुख्यमंत्री से मिले थे मराठा समाज के लोग
बता दें कि नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समुदाय करीब 2 हफ्तों से प्रदर्शन कर रहा है। दो सप्ताह में उमेश की खुदकुशी के पहले तकरीबन 13 लोग आत्महत्या कर चुके हैं। मराठा आरक्षण पर गुरुवार को महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने मराठा समाज के लोगों से मुलाकात भी की थी। मीटिंग में फडणवीस ने उन्हें भरोसा दिलाने की कोशिश की कि वो मराठा समाज की हर मांग मानने तैयार हैं। बैठक में हर क्षेत्र से जुड़े मराठा समाज के प्रतिष्ठित लोग थे। ब्यूरोक्रेट्स, साहित्य, कला और कई क्षेत्र के करीब 22 लोग बैठक में शामिल हुए।
Created On :   3 Aug 2018 8:30 AM IST