अलवर लिंचिंग : तीन दिन बाद वसुंधरा सरकार ने गलती मानी, 5 पुलिसकर्मी पर गाज
- थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर सुभाष सुभाष शर्मा को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया।
- मामले में 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
- राजस्थान के अलवर जिले में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के तीन दिन बाद राज्य की वसुंधरा सरकार ने अपनी गलती मान ली है।
डिजिटल डेस्क, अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के तीन दिन बाद राज्य की वसुंधरा सरकार ने अपनी गलती मान ली है। मामले में 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। घटना के बाद लापरवाही बरतने के मामले में थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर सुभाष शर्मा को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया। इसके अलावा एएसआई मोहन चौधरी समेत उस समय ड्यूटी पर मौजूद तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है।
Three accused have been arrested. The Assistant sub-inspector (ASI) has been suspended and three constables have been sent to district lines. Thorough investigation is being done in the matter: NRK Reddy, Rajasthan Special DG on #AlwarLynching pic.twitter.com/L4VHQLBWq4
— ANI (@ANI) July 23, 2018
बता दें कि यह मॉब लिंचिंग की घटना राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ में हुई थी। इस घटना में भीड़ ने गौ तस्करी के आरोप में पीट-पीटकर रकबर खान को घायल कर दिया था। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी बरामद गायों को गौशाला पहुंचा दिया था, मगर रकबर को प्राथमिक उपचार के लिए न भेजकर सीधे थाने ले आई थी। पुलिस की यही लापरवाही रकबर की मौत का कारण मानी जा रही है। कहा जा रहा है कि अगर सही समय पर रकबर को अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी।
We have no info yet of victim being thrashed in custody but yes prima facie we have found that there was indeed an error in judgement in deciding what was important at that point: NRK Reddy,Special DG on Police role in Alwar lynching case #Rajasthan pic.twitter.com/LGJc3LaQeL
— ANI (@ANI) July 23, 2018
एडीजी अनार के रेड्डी के नेतृत्व में अलवर गई पुलिस टीम ने अपनी पूरी रिपोर्ट राजस्थान के डीजीपी को सौंप दी है। उसके बाद प्राथमिक रूप से पुलिसकर्मियों को लापरवाही में दोषी मानते हुए सजा दी गई है। मामले की जांच कर रहे पुलिस के आला अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा भी किया और पूरे घटना की जानकारी ली। वहीं अब अलवर कांड की जांच जयपुर के एसपी क्राइम और विजिलेंस करेंगे और तीन दिनों में यह रिपोर्ट राजस्थान सरकार को दी जाएगी।
विधायक बोले- सिर्फ चार-पांच थप्पड़ ही मारे थे
रामगढ़ के बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने माना है कि उनके ही कार्यकर्ताओं ने रकबर खान को पकड़ा था। विधायक ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने रकबर को सिर्फ चार-पांच थप्पड़ ही मारे थे और उसके बाद पुलिस को सौंप दिया था। इसके बाद उसकी हार्ट अटैक से मौत हुई या फिर कैसे? ये तो जांच का विषय है। विधायक ने कहा है कि गाय हमारी माता है और मां की कोई तस्करी करे तो लोगों में गुस्सा जाहिर है। ये बड़े पैमाने पर गौ तस्करी करते हैं, लेकिन पुलिस इनको कुछ नही करती है।
Created On :   24 July 2018 8:11 AM IST